पिथौरागढ़: दारमा घाटी के तेजम गांव में 4 दिन पहले रमेश सिंह बनौला (38 उम्र) लैंप में तेल डालते वक्त आग लगने से बुरी तरह से झुलस गया. वहीं, आज 4 दिन बाद उसे हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर धारचूला अस्पताल लाया गया. जहां उसका इलाज चल रहा है.
बता दे कि तेजम गांव में संचार व्यवस्था नहीं होने के कारण 4 दिन प्रशासन ने हेली से रमेश सिंह बनौला को रेस्क्यू कर धारचूला अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है. बता दें कि 14 जून को आई आपदा के बाद से ही दारमा घाटी को जोड़ने वाले सभी मार्ग बंद हैं.
वहीं, संचार व्यवस्था नहीं होने के कारण ग्रामीणों की काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल चार दिन पहले तल्ला दारमा के तेजम गांव निवासी रमेश सिंह बौनाल अपने घर में लैंप में तेल डाल रहा था. इसी दौरान जार से तेल रिसने लगा और आग लग गई. वहीं, आग बुझाते समय रमेश बुरी तरह झुलस गया.
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गांव में संचार व्यवस्था नहीं होने और मार्ग बंद होने के कारण रमेश 4 दिन तक बिना इलाज के घर पर ही तड़पता रहा. जानकारी पर प्रशासन ने आज हेली के जरिये रमेश को रेस्क्यू किया. तेजम के ग्राम प्रधान हरेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित की पत्नी गांव में ही छूट गयी है. जिस कारण देखभाल करने वाला कोई नहीं है. उन्होंने एसडीएम धारचूला से पीड़ित की पत्नी को भी हेली से लाने की मांग की है.