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बेरीनागः खड़िया खदान को लेकर नहीं थम रहा विरोध, गलत सीमांकन पर भड़के ग्रामीण

राईगढ़स्यारी गांव में खड़िया खदान को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. गांव के लोगों को डरा धमकाकर जबरन एनओसी के लिए दबाब बनाया जा रहा है.

खड़िया खान का विरोध जारी
खड़िया खान का विरोध जारी
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Published : Feb 8, 2020, 2:33 PM IST

बेरीनागः स्थानीय ब्लाक के राईगढ़स्यारी गांव में स्थित खड़िया खदान एक बार विवादों में आ गयी है. ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया और एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर बताया कि खदान मालिक द्वारा जबरन खड़िया खदान का सीमांकन कार्य किया जा रहा है.

पूर्व में इसका विरोध करने पर खदान मालिक द्वारा महिलाओं के नाम से बेरीनाग थाने में इसकी तहरीर दी है, जिससे ग्रामीणों परेशान हो रहे हैं. गांव के लोगों को डरा धमकाकर जबरन एनओसी के लिए दबाब बनाया जा रहा है. वर्तमान में खदान का सीमांकन कराया जा रहा है. उसमें गांव के प्राकृतिक धारा, नाले, मंदिर, कृषि योग्य भूमि, सैकड़ों बाग व फलदार वृक्ष भी आ रहे हैं. गांव के अधिकांश पुरूष बाहर नौकरी करते हैं तथा गांव में महिलाओं को धमकाया जा रहा है.

खड़िया खदान को लेकर विरोध.

यह भी पढ़ेंः अग्निशमन उपकरण न लगाने पर सख्त हुई दून पुलिस, 500 स्कूल-कॉलेजों को जारी करेगी नोटिस

ग्रामीणों का आरोप है कि एनओसी में ग्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर किये जा रहे हैं और जबरन गलत सीमांकन किया जा रहा है. खड़िया खदान से पूरे गांव को खतरा पैदा हो गया है. जिसके कारण कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. वहीं, उन्होंने तीन माह पूर्व खड़िया खनन को बंद करने की मांग की थी, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में ग्रामीणों ने शीघ्र ही खदान को बंद करने की मांग की है. इस मौके पर ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा है.

तीन वर्ष पूर्व बांउसरों ने घेरा था गांव

तीन वर्ष पूर्व में राईगढ़स्यारी में स्थित खड़िया खदान में कब्जा करने को 100 से अधिक बांउसरों से गांव को घेरा था, तब ग्रामीणों की सजगता को देखते हुए बाउंसर कब्जा करने में असफल रहे थे. उस दौरान ये अवैध खनन का मामला पूरे प्रदेश में सुर्खियों में रहा था. वहीं, इस बात को लेकर आज भी ग्रामीणों में भय बना हुआ है.

बेरीनागः स्थानीय ब्लाक के राईगढ़स्यारी गांव में स्थित खड़िया खदान एक बार विवादों में आ गयी है. ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया और एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर बताया कि खदान मालिक द्वारा जबरन खड़िया खदान का सीमांकन कार्य किया जा रहा है.

पूर्व में इसका विरोध करने पर खदान मालिक द्वारा महिलाओं के नाम से बेरीनाग थाने में इसकी तहरीर दी है, जिससे ग्रामीणों परेशान हो रहे हैं. गांव के लोगों को डरा धमकाकर जबरन एनओसी के लिए दबाब बनाया जा रहा है. वर्तमान में खदान का सीमांकन कराया जा रहा है. उसमें गांव के प्राकृतिक धारा, नाले, मंदिर, कृषि योग्य भूमि, सैकड़ों बाग व फलदार वृक्ष भी आ रहे हैं. गांव के अधिकांश पुरूष बाहर नौकरी करते हैं तथा गांव में महिलाओं को धमकाया जा रहा है.

खड़िया खदान को लेकर विरोध.

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ग्रामीणों का आरोप है कि एनओसी में ग्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर किये जा रहे हैं और जबरन गलत सीमांकन किया जा रहा है. खड़िया खदान से पूरे गांव को खतरा पैदा हो गया है. जिसके कारण कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. वहीं, उन्होंने तीन माह पूर्व खड़िया खनन को बंद करने की मांग की थी, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में ग्रामीणों ने शीघ्र ही खदान को बंद करने की मांग की है. इस मौके पर ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा है.

तीन वर्ष पूर्व बांउसरों ने घेरा था गांव

तीन वर्ष पूर्व में राईगढ़स्यारी में स्थित खड़िया खदान में कब्जा करने को 100 से अधिक बांउसरों से गांव को घेरा था, तब ग्रामीणों की सजगता को देखते हुए बाउंसर कब्जा करने में असफल रहे थे. उस दौरान ये अवैध खनन का मामला पूरे प्रदेश में सुर्खियों में रहा था. वहीं, इस बात को लेकर आज भी ग्रामीणों में भय बना हुआ है.

Intro:खड़िया खनन के खिलाफ प्रदर्शन Body:बेरीनाग।
खड़िया खान के गलत सीमांकन को लेकर ग्रामीण भड़के
राईगढ़स्यारी गांव में खान
एसडीएम को सौपा ज्ञापन

बेरीनाग )। ब्लाक के राईगढ़स्यारी गांव में स्थित खडिया खान एक बार विवादों में आ गयी है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया और एसडीएम को ज्ञापन सौपा कर बताया कि खान मालिक के जबरन द्वारा खडिया खान के सीमांकन का कार्य किया जा रहा है। पूर्व में इसका विरोध करने पर खान मालिक के द्वारा महिलाओं के नाम से बेरीनाग थाने में इसकी तहरीर दी है। जिससे ग्रामीणों परेशान हो रहे है। गांव के लोगांें को डराधमाकर जबरन एनओसी के लिए दबाब बनाया जा रहा है। वर्तमान में खान के सीमांकन कराया जा रहा है। उसमें गांव के प्राकृतिक धारे नौले,मंदिर,कृषि योग्य भूमि,सैकडो बांज,फलदार वृक्ष भी आ रहे है। गांव के अधिकांश पुरूष बाहर नौकरी करते है गांव में महिलाओं को धमकाया जा रहा है। एनओसी में ग्र्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर किये जा रहे है जबरन गलत सीमांकन किया जा रहा है। खडिया खान से पूरे गांव को खतरा पैदा हो गया है कभी भी कोई बडी दुर्घटना हो सकती है। उन्होने बताया कि तीन माह पूर्व मेें खड़िया खनन को बंद करने की मांग की थी। लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई। उन्होने शीघ्र खान को बंद करने की मांग की। ज्ञापन सौपने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता जगत सिंह,मुन्नी देवी,गोविदी देवी,दिनेश चन्द्र,मंजू देवी,नीमा देवी,चम्पा देवी,कमला देवी,ममता देवी,प्रमोद चन्द्र,दुर्गा देवी,हंसी देवी सहित आदि मौजूद थे।

तीन वर्ष हरियाणा के बाउसंरो ने घेरा था गांव को
बेरीनाग । तीन वर्ष पूर्व में राईगढ़स्यारी में स्थित खडिया खान में कब्जा करने को लेकर हरियाणा से 100 से अधिक बाउसंरो से गांव को घेरा था। तब ग्रामीणों की सजगता को देखते हुए बाउंसर कब्जा करने में असफल रहा था। उस दौरान यह अवैध खनन का मामला पूरे प्रदेश में सुर्खियों में रहा था। इस बात को लेकर आज भी ग्रामीणों में भय बना हुआ है।

बाइट जगत सिंह ग्रामीण

बाइट मुन्नी देवी। Conclusion:परेशानी
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