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कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण का कर्मचारियों और काश्तकारों ने किया विरोध - पिथौरागढ़ हिंदी समाचार

पिथौरागढ़ में कृषि और उधान विभाग का प्रदेश सरकार ने एकीकरण कर दिया है. इसके विरोध में उद्यान कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक केसी पंत के नेतृत्व में कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया.

Pithoragarh
कर्मचारियों और काश्तकारों ने किया विरोध
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Published : Oct 4, 2020, 7:29 AM IST

पिथौरागढ़: जिले में कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण का विरोध तेज होने लगा है. उद्यान विभाग के कर्मचारियों के साथ काश्तकार भी इस फैसले को पहाड़ विरोधी बता रहे हैं. कर्मचारियों ने शासनादेश की कॉपी जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया. विरोध कर रहे कर्मचारियों और काश्तकारों का कहना है कि दोनों विभागों के एकीकरण के बाद, जहां रोजगार के अवसर कम होंगे, वहीं पहाड़ों में उद्यान की संभावनाएं भी खत्म हो जाएंगी.

कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण का कर्मचारियों और काश्तकारों ने किया विरोध.

उद्यान विभाग के कर्मचारियों और काश्तकारों ने कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण को लेकर विरोध जताया. उन्होंने प्रदेश सरकार से विभागों के एकीकरण को खत्म करने की मांग की है. उद्यान कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक केसी पंत के नेतृत्व में कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस व्यवस्था से अधिकारियों और कर्मचारियों के हित प्रभावित होंगे साथ ही दोनों के कार्यों की गुणवत्ता को भी ठेस पहुंचेगी.

ये भी पढ़ें: देहरादूनः सिविल सेवा परीक्षा कल, परीक्षार्थियों के लिए आज रात चलेगी 2 स्पेशल ट्रेन

प्रदर्शनकरियों का कहना है कि कृषि व उद्यान विभाग के एकीकरण का कोई औचित्य नहीं है. प्रदेश सरकार की ओर से उद्यान और कृषि विभाग के एकीकरण का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है. सरकार को इस फैसले से पहले दोनों विभागों के कर्मचारियों, काश्तकारों और परिसंपत्तियों के बारे में विचार कर कर्मचारी हित में फैसला लेना होगा. वहीं, कर्मचारियों का कहना है कि विभाग का एकीकरण केवल अधिकारियों की फौज को खड़ा करने के लिए किया जा रहा है, जबकि नई व्यवस्था से कर्मचारियों के पद समाप्त होंगे.

पिथौरागढ़: जिले में कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण का विरोध तेज होने लगा है. उद्यान विभाग के कर्मचारियों के साथ काश्तकार भी इस फैसले को पहाड़ विरोधी बता रहे हैं. कर्मचारियों ने शासनादेश की कॉपी जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया. विरोध कर रहे कर्मचारियों और काश्तकारों का कहना है कि दोनों विभागों के एकीकरण के बाद, जहां रोजगार के अवसर कम होंगे, वहीं पहाड़ों में उद्यान की संभावनाएं भी खत्म हो जाएंगी.

कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण का कर्मचारियों और काश्तकारों ने किया विरोध.

उद्यान विभाग के कर्मचारियों और काश्तकारों ने कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण को लेकर विरोध जताया. उन्होंने प्रदेश सरकार से विभागों के एकीकरण को खत्म करने की मांग की है. उद्यान कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक केसी पंत के नेतृत्व में कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस व्यवस्था से अधिकारियों और कर्मचारियों के हित प्रभावित होंगे साथ ही दोनों के कार्यों की गुणवत्ता को भी ठेस पहुंचेगी.

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प्रदर्शनकरियों का कहना है कि कृषि व उद्यान विभाग के एकीकरण का कोई औचित्य नहीं है. प्रदेश सरकार की ओर से उद्यान और कृषि विभाग के एकीकरण का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है. सरकार को इस फैसले से पहले दोनों विभागों के कर्मचारियों, काश्तकारों और परिसंपत्तियों के बारे में विचार कर कर्मचारी हित में फैसला लेना होगा. वहीं, कर्मचारियों का कहना है कि विभाग का एकीकरण केवल अधिकारियों की फौज को खड़ा करने के लिए किया जा रहा है, जबकि नई व्यवस्था से कर्मचारियों के पद समाप्त होंगे.

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