पिथौरागढ़: लिपुलेख दर्रे से होने वाले भारत चीन स्थलीय व्यापार की तैयारियां तेज हो गयी हैं. पिथौरागढ़ प्रशासन ने व्यापार में शिरकत करने वाले व्यापारियों के पास बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. विदेश मंत्रालय ने इस बार 320 व्यापारियों के पास बनाने की अनुमति दे दी है, जिनमें से प्रशासन ने अबतक 76 व्यापारियों को ट्रेड पास जारी कर दिए हैं.
तिब्बती मंडी तकलाकोट में लगने वाला ये अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला हर साल जून से अक्टूबर माह तक आयोजित किया जाता है. ट्रेडपास जारी होते ही व्यापारी तिब्बती मंडी का रुख करना शुरू कर देते हैं. फिलहाल कोई भी व्यापारी तिब्बती मंडी नहीं पहुंचा है.
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बता दें कि भारत और चीन दोनों मुल्कों के रिश्तों को और बेहतर बनाने और व्यापारिक हितों को ध्यान में रखते हुए साल 1993 से भारत चीन स्थलीय व्यापार शुरू किया गया था. इसके लिए भारतीय क्षेत्र में गुंजी और चीन में तिब्बती मंडी तकलाकोट को व्यापारिक केंद्र बनाया गया है. यहां के व्यापारी हर साल भारत से गुड़, मिश्री, तंबाकू, कॉस्मेटिक सामग्री और माचिस लेकर चीन जाते हैं जबकि चीन से रेडीमेट कपड़े, जूते, कंबल इत्यादि समान आयात करते हैं.