बेरीनाग: चार साल के बच्ची साथ तीन महीन पहले लापता हुआ महिला को पुलिस ने बरामद कर लिया. पुलिस को महिला उडियारी बैंड के पास खड़ी हुई मिली थी. महिला के पति ने उसकी और बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी. तभी से पुलिस मां और बच्ची की तलाश कर रही थी.
बता दें कि महिला और बच्ची की तलाश में पुलिस ने एक टीम की गठित की थी, लेकिन तीन महीने बाद भी पुलिस को महिला और बच्ची का कोई सुराग नहीं लगा था. इसी बीच शुक्रवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि जिस महिला और बच्ची की पुलिस तलाश कर रही वो उडियारी बैंड के पास खड़ी है. पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर उसे पकड़ लिया. महिला के साथ एक व्यक्ति भी था. पुलिस दोनों को पकड़कर अपने साथ थाने ले आई.
पढ़ें- VIDEO: लोगों ने मजदूर को समझा चोर, पीट-पीट कर किया अधमरा
वहीं, जो व्यक्ति महिला को अपने साथ ले गया उसका नाम हरीश चन्द्र जो कर्णप्रयाग का रहने वाला है. महिला के पुलिस को बताया कि वे तीन महीने से हरीश चंद्र से साथ हिमाचल के शिमला में रह रही थी. पुलिस के हरीश चंद्र के बारे में जो जानकारी मिली है उसके आधार पर सीआरसी कांडे में समन्वयक के पद पर कार्यरत था. शिक्षा में मई में उसके सीआरसी समन्वयक के पद को खत्म करते हुए मूल विद्यालय में शिक्षक के तौर पर तैनाती के आदेश दिए थे, लेकिन तब से उसका कुछ पता नहीं था. महिला के पुलिस को बताया कि अपने प्रमाण-पत्र लेने आई थी.
सूचना मिलते ही परिजन पहुंचे थाने
महिला और बच्ची के बरामदगी की सूचना मिलते ही परिजन भी थाने पहुंचे. अपनी बहू और पोती को देखकर दादी के आंसू नहीं रुक रहे थे. दादी की ये हालत देख पुलिस वाले भी भावुक हो गए. ऐसे में पोती भी अपनी दादी से मिलकर खुश नजर आई.
पढ़ें- इस वजह से गौला नदी में धीमी गति से हो रहा खनन का चुगान, सरकार को लग रहा करोड़ों का चूना
आरोपी हरीश चंद्र का सच
हरीश चंद्र ने पुलिस को बताया कि वो शिमला में टैक्सी चलाकर अपना, महिला और बच्ची की भरण-पोषण कर रहा था. वहीं, बच्ची को उसने के एक आंगनबाड़ी स्कूल में दाखिल भी दिला दिया था. पुलिस को हरीश के बारे में और अहम जानकारियां भी मिली है. हरीश के ऊपर करीब कई लाख रुपए का कर्ज भी है. पुलिस ने महिला को कोर्ट में पेश कर 164 के बयान दर्ज कराने की तैयारी कर रही है. जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.