ETV Bharat / state

Case Filed For Water Protest: पानी मांगा तो मिला मुकदमा, भड़के ग्रामीण, देहरादून कूच और उग्र आंदोलन की तैयारी

पेयजल की मांग करने पर उडियारी के ग्रामीणों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, जिससे ग्रामीण आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने किसी भी तरह की बैठक में प्रतिभाग नहीं करने का फैसला किया है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार उनकी मूलभूत आवश्यकता को भी पूरी नहीं कर पा रही है.

problem of drinking water in Udiyari village
problem of drinking water in Udiyari village
author img

By

Published : Mar 15, 2023, 1:50 PM IST

Updated : Mar 15, 2023, 2:26 PM IST

बेरीनाग (पिथौरागढ़): तहसील से मात्र 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित उडियारी गांव के ग्रामीणों को पेयजल के लिए आवाज उठाना महंगा पड़ गया. ग्रामीणों ने तीन दिन पहले उडियारी गांव में पूर्व में प्रशासन को दी सूचना के आधार पर सांकेतिक चक्का जाम और सरकार और जल निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया था, जिस पर पुलिस ने 30 महिलाओं समेत 60 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिलते ग्रामीण भड़क गए हैं. ग्रामीणों ने सरकार पर पानी देने के बदले मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया.

ग्राम प्रधान दीपा देवी ने बताया ग्रामीण पिछले दो वर्षों से लगातार पेयजल की कमी से जूझ रहे हैं. गांव के लिए करोड़ों की पेयजल योजना बनने के बाद भी वर्ष भर परेशान रहते हैं. एक माह पूर्व पानी की समस्या को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया. जिसके बाद 12 मार्च को धरना प्रदर्शन और सांकेतिक चक्का जाम की चेतावनी दी गई थी.

एक माह के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धरना प्रदर्शन और सांकेतिक चक्का जाम कुछ समय के लिए किया गया. उसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया. ग्राम प्रधान ने बताया यदि शीघ्र ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए तो सामूहिक रूप से पूरा सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा मुकदमों से गांव के ग्रामीण डरने वाले नहीं हैं. अब जिला मुख्यालय और देहरादून कूच कर वहां पर आंदोलन किया जायेगा.
पढे़ं- Budget Session: निलंबन के बाद भी सदन में डटे रहे कांग्रेस विधायक, जारी रखा हंगामा, मदन बिष्ट ने तोड़ा माइक, स्पीकर की ओर फेंका कागज का गोला

ग्रामीण बैठक में नहीं करेंगे प्रतिभाग: उडियारी गांव की समस्या को लेकर एसडीएम ने तहसील में जल निगम के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें ग्रामीणों और गांव के जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया. ग्राम प्रधान दीपा देवी ने बताया कि ग्रामीणों ने लिखित एक माह पूर्व पेयजल की समस्या से अवगत करा दिया था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब ग्रामीणों पर मुकदमे दर्ज कर बैठक बुलाई जा रही है, जिसमें गांव का कोई भी ग्रामीण नहीं जाएगा.

गैरसैंण विधानसभा में उठेगी बात: पूर्व दर्जा मंत्री खजान गुड्डू ने कहा कि पानी की समस्या से परेशान उडियारी गांव के ग्रामीणों को पानी के लिए आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज करना लोकतंत्र की हत्या है. ग्रामीणों को पानी देने के बजाए मुकदमा करना बहुत निंदनीय है, जिसके लिए कांग्रेस सड़कों पर उतरकर ग्रामीणों के साथ खड़ी रहेगी. गैरसैंण विधानसभा सत्र में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा.
पढे़ं- Congress Protest: गैरसैंण बजट सत्र के तीसरे दिन भी कांग्रेस का प्रदर्शन तेज, भर्ती परीक्षाओं में CBI जांच की मांग

महिलाओं पर मुकदमा दर्ज कर खुली सरकार पोल: पूर्व ब्लॉक प्रमुख रेखा भंडारी ने कहा कि, एक ओर प्रदेश के सीएम ने अपने गृह जनपद में उत्कृष्ट महिलाओं को सम्मानित करने की बात कही है और दूसरी ओर उडियारी गांव की बुजुर्ग महिलाओं को पानी के लिए आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. महिलाओं की पेयजल की समस्या का समाधान करने के बजाय उन पर धाराएं लगाकर उनकी आवाज बंद की जा रही है.

मूलभूत आवश्यकता भी सरकार नहीं कर पा रही पूरी: पेयजल आदमी की सबसे बड़ी आवश्यकताओं में शामिल है. उडियारी गांव में सरकार मूलभूत आवश्यकता तक ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं करा पा रही है. डबल इंजन की सरकार में पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकता पूरी न करा पाना सरकार की पोल खोलता है.

बेरीनाग (पिथौरागढ़): तहसील से मात्र 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित उडियारी गांव के ग्रामीणों को पेयजल के लिए आवाज उठाना महंगा पड़ गया. ग्रामीणों ने तीन दिन पहले उडियारी गांव में पूर्व में प्रशासन को दी सूचना के आधार पर सांकेतिक चक्का जाम और सरकार और जल निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया था, जिस पर पुलिस ने 30 महिलाओं समेत 60 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिलते ग्रामीण भड़क गए हैं. ग्रामीणों ने सरकार पर पानी देने के बदले मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया.

ग्राम प्रधान दीपा देवी ने बताया ग्रामीण पिछले दो वर्षों से लगातार पेयजल की कमी से जूझ रहे हैं. गांव के लिए करोड़ों की पेयजल योजना बनने के बाद भी वर्ष भर परेशान रहते हैं. एक माह पूर्व पानी की समस्या को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया. जिसके बाद 12 मार्च को धरना प्रदर्शन और सांकेतिक चक्का जाम की चेतावनी दी गई थी.

एक माह के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धरना प्रदर्शन और सांकेतिक चक्का जाम कुछ समय के लिए किया गया. उसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया. ग्राम प्रधान ने बताया यदि शीघ्र ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए तो सामूहिक रूप से पूरा सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा मुकदमों से गांव के ग्रामीण डरने वाले नहीं हैं. अब जिला मुख्यालय और देहरादून कूच कर वहां पर आंदोलन किया जायेगा.
पढे़ं- Budget Session: निलंबन के बाद भी सदन में डटे रहे कांग्रेस विधायक, जारी रखा हंगामा, मदन बिष्ट ने तोड़ा माइक, स्पीकर की ओर फेंका कागज का गोला

ग्रामीण बैठक में नहीं करेंगे प्रतिभाग: उडियारी गांव की समस्या को लेकर एसडीएम ने तहसील में जल निगम के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें ग्रामीणों और गांव के जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया. ग्राम प्रधान दीपा देवी ने बताया कि ग्रामीणों ने लिखित एक माह पूर्व पेयजल की समस्या से अवगत करा दिया था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब ग्रामीणों पर मुकदमे दर्ज कर बैठक बुलाई जा रही है, जिसमें गांव का कोई भी ग्रामीण नहीं जाएगा.

गैरसैंण विधानसभा में उठेगी बात: पूर्व दर्जा मंत्री खजान गुड्डू ने कहा कि पानी की समस्या से परेशान उडियारी गांव के ग्रामीणों को पानी के लिए आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज करना लोकतंत्र की हत्या है. ग्रामीणों को पानी देने के बजाए मुकदमा करना बहुत निंदनीय है, जिसके लिए कांग्रेस सड़कों पर उतरकर ग्रामीणों के साथ खड़ी रहेगी. गैरसैंण विधानसभा सत्र में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा.
पढे़ं- Congress Protest: गैरसैंण बजट सत्र के तीसरे दिन भी कांग्रेस का प्रदर्शन तेज, भर्ती परीक्षाओं में CBI जांच की मांग

महिलाओं पर मुकदमा दर्ज कर खुली सरकार पोल: पूर्व ब्लॉक प्रमुख रेखा भंडारी ने कहा कि, एक ओर प्रदेश के सीएम ने अपने गृह जनपद में उत्कृष्ट महिलाओं को सम्मानित करने की बात कही है और दूसरी ओर उडियारी गांव की बुजुर्ग महिलाओं को पानी के लिए आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. महिलाओं की पेयजल की समस्या का समाधान करने के बजाय उन पर धाराएं लगाकर उनकी आवाज बंद की जा रही है.

मूलभूत आवश्यकता भी सरकार नहीं कर पा रही पूरी: पेयजल आदमी की सबसे बड़ी आवश्यकताओं में शामिल है. उडियारी गांव में सरकार मूलभूत आवश्यकता तक ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं करा पा रही है. डबल इंजन की सरकार में पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकता पूरी न करा पाना सरकार की पोल खोलता है.

Last Updated : Mar 15, 2023, 2:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.