बेरीनाग (पिथौरागढ़): तहसील से मात्र 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित उडियारी गांव के ग्रामीणों को पेयजल के लिए आवाज उठाना महंगा पड़ गया. ग्रामीणों ने तीन दिन पहले उडियारी गांव में पूर्व में प्रशासन को दी सूचना के आधार पर सांकेतिक चक्का जाम और सरकार और जल निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया था, जिस पर पुलिस ने 30 महिलाओं समेत 60 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिलते ग्रामीण भड़क गए हैं. ग्रामीणों ने सरकार पर पानी देने के बदले मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया.
ग्राम प्रधान दीपा देवी ने बताया ग्रामीण पिछले दो वर्षों से लगातार पेयजल की कमी से जूझ रहे हैं. गांव के लिए करोड़ों की पेयजल योजना बनने के बाद भी वर्ष भर परेशान रहते हैं. एक माह पूर्व पानी की समस्या को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया. जिसके बाद 12 मार्च को धरना प्रदर्शन और सांकेतिक चक्का जाम की चेतावनी दी गई थी.
एक माह के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धरना प्रदर्शन और सांकेतिक चक्का जाम कुछ समय के लिए किया गया. उसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया. ग्राम प्रधान ने बताया यदि शीघ्र ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए तो सामूहिक रूप से पूरा सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा मुकदमों से गांव के ग्रामीण डरने वाले नहीं हैं. अब जिला मुख्यालय और देहरादून कूच कर वहां पर आंदोलन किया जायेगा.
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ग्रामीण बैठक में नहीं करेंगे प्रतिभाग: उडियारी गांव की समस्या को लेकर एसडीएम ने तहसील में जल निगम के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें ग्रामीणों और गांव के जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया. ग्राम प्रधान दीपा देवी ने बताया कि ग्रामीणों ने लिखित एक माह पूर्व पेयजल की समस्या से अवगत करा दिया था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब ग्रामीणों पर मुकदमे दर्ज कर बैठक बुलाई जा रही है, जिसमें गांव का कोई भी ग्रामीण नहीं जाएगा.
गैरसैंण विधानसभा में उठेगी बात: पूर्व दर्जा मंत्री खजान गुड्डू ने कहा कि पानी की समस्या से परेशान उडियारी गांव के ग्रामीणों को पानी के लिए आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज करना लोकतंत्र की हत्या है. ग्रामीणों को पानी देने के बजाए मुकदमा करना बहुत निंदनीय है, जिसके लिए कांग्रेस सड़कों पर उतरकर ग्रामीणों के साथ खड़ी रहेगी. गैरसैंण विधानसभा सत्र में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा.
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महिलाओं पर मुकदमा दर्ज कर खुली सरकार पोल: पूर्व ब्लॉक प्रमुख रेखा भंडारी ने कहा कि, एक ओर प्रदेश के सीएम ने अपने गृह जनपद में उत्कृष्ट महिलाओं को सम्मानित करने की बात कही है और दूसरी ओर उडियारी गांव की बुजुर्ग महिलाओं को पानी के लिए आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. महिलाओं की पेयजल की समस्या का समाधान करने के बजाय उन पर धाराएं लगाकर उनकी आवाज बंद की जा रही है.
मूलभूत आवश्यकता भी सरकार नहीं कर पा रही पूरी: पेयजल आदमी की सबसे बड़ी आवश्यकताओं में शामिल है. उडियारी गांव में सरकार मूलभूत आवश्यकता तक ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं करा पा रही है. डबल इंजन की सरकार में पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकता पूरी न करा पाना सरकार की पोल खोलता है.