पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में भारतीय सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर 32 युवाओं से करीब एक करोड़ 20 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है. पिथौरागढ़ पुलिस ने पंजाब से दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से मोबाइल, एटीएम कार्ड और कार बरामद हुई है. एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने पूरे मामले का खुलासा किया है.
एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने बताया कि इस मामले में नैनी सैनी निवासी ललित सिंह बिष्ट और अन्य लोगों ने फाइनेंसियल फ्रॉड यूनिट पिथौरागढ़ को तहरीर दी थी. उन्होंने पुलिस को बताया था कि विक्रम पठानिया सरदार उधमपुर ने एक बिचौलिए से मिलकर उनसे MES में नौकरी लगाने के नाम पर क्लर्क पद के लिए 5.50 लाख रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से मांगे थे. इसके अलावा स्टोरकीपर पद के लिये तीन लाख 60 रुपए मांगे थे.
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इसी तरह कुल 32 लोगों से करीब एक करोड़ 20 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई. तहरीर के आधार पर पिथौरागढ़ जिले के जाजरदेवल थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. फाइनेंसियल फ्रॉड यूनिट और साइबर टीम पिथौरागढ़ के प्रयासों से आरोपी विक्रम पठानिया व दीपक कुमार को पंजाब से गिरफ्तार किया गया.
आरोपी दीपक कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह सेना में नायक के पद पर था, जो वहां से भाग गया था. जिसे सेना ने 2018 में भगोड़ा घोषित कर बर्खास्त कर दिया था. जबकि दूसरा आरोपी विक्रम पठानिया दुनेरा में सीएससी सेंटर चलाता हैं. पुलिस ने बताया कि दोनों के निशाने पर नौकरी की तलाश करने वाले युवा रहते थे. उन्हें ही ये दोनों नौकरी लगवाने का लालच देकर अपने जाल में फंसाते थे. दोनों ने अन्य राज्यों में इस तरह की धोखाधड़ी की है, जिनकी पुलिस पता लगाने में जुटी हुई है.