पिथौरागढ़: सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के चीन और नेपाल सीमा से सटे दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में संचार सुविधा पहुंचाने की कवायद तेज हो गई है. रिलायंस जिओ कंपनी के माध्यम से संचार विहीन सभी दूरस्थ गांवों का सर्वे किया जा रहा है, इसके बाद जल्द ही यहां पर लोगों को बेहतर संचार सुविधाएं मिल सकेगी. पिथौरागढ़ डीएम आशीष चौहान ने वर्चुअल माध्यम से जिओ कंपनी के अधिकारियों की बैठक लेते हुए नेटवर्क विहीन गांव क्षेत्रों में संचालित कार्यों की समीक्षा की.
डीएम आशीष चौहान ने कंपनियों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन मोबाइल टावर लगाने की स्वीकृति दी गई है, उनको तत्काल स्थापित करना सुनिश्चित करें. साथ ही उन्होंने कहा कि ऊपरी क्षेत्रों या किसी विवाद वाले स्थानों पर प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है, तो उसकी जानकारी संबधित एसडीएम को दें. इसमे हर संभव सहयोग किया जाएगा. उन्होंने संचार व्यवस्था से जुड़े कार्यों को युद्ध स्तर पर पूर्ण करने को कहा हैं.
पढ़ें: टायर फटने से पलटी मिनी बस, 14 यात्री घायल, तीन की हालत नाजुक
जिओ कंपनी के अधिकारी ने वीसी में अवगत कराया कि 12 साइट पर काम लगभग पूरा हो गया है और अगले दो महीने में ये टावर कार्यरत हो जाएंगे. धारचूला से आगे रांथी तक फाइबर लाइन बिछा दी गई है, जिसे सोबला तक पहुंचाने का कार्य प्रगति पर है. उन्होंने बताया कि अप्रैल माह में 105 गांव-क्षेत्रों में सर्वे का काम भी शुरू किया जाएगा.
पढ़ें: हरिद्वार: जमीनी विवाद को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़े, जिला पंचायत सदस्य का फोड़ा सिर
बता दें कि, जनपद के सीमांत क्षेत्रों में नेटवर्क व्यवस्था को लेकर यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (USOF)/टेलिकम्युनिकेशन विभाग भारत सरकार से आए एडमिनिस्ट्रेटर हरि रंजन रांय, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के निदेशक अमित सिन्हा, डिप्टी डारेक्टर अरूण वर्मा पिछले माह धारचूला पहुंचे थे. उन्होंने भी संचार व्यवस्था को लेकर कंपनियों को इस दिशा में तेजी से काम करने के निर्देश दिए थे.