विकासनगर: क्रिसमस और नए साल की तैयारियों में चकराता के होटल व्यवसाई जुटे हुए हैं. चकराता उत्तराखंड का ये सुंदर लेकिन कम चर्चित पर्यटक स्थल है. जब लोगों को मसूरी और नैनीताल जैसे पर्यटक स्थलों में ज्यादा भीड़ का सामना करना पड़ता है, तो तब वो चकराता जैसे पर्यटक स्थलों का रुख करते हैं.
चकराता को पर्यटकों का इंतजार: क्रिसमस और नए वर्ष को लेकर जहां उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर नए-नए इवेंट की तैयारियां हो रही हैं, वहीं होटल और होम स्टे संचालक सैलानियों को लुभाने के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं. देहरादून जिले के चकराता में भी होटल और होम स्टे संचालक 31 दिसम्बर की तैयारियां कर रहे हैं. चकराता उत्तराखंड का एक ऐसा पर्यटन स्थल है, जहां देहरादून से सर्पीली सड़कों से होकर निजी वाहन या टैक्सी और बस से पहुंच सकते हैं.
देवदार और बांज-बुरांस के वन से घिरा है चकराता: हिल स्टेशन चकराता में देवदार, बांज और बुरांस के पेड़ ठंडी हवा देते हैं. यहां पेड़ों और जड़ी-बूटियों की भीनी भीनी सुगंध आपको एक नई ऊर्जा से भर देती है. चकराता के आसपास अनेक होम स्टे और होटल हैं. नए साल में यहां पर्यटकों को लोक कलाकार स्थानीय संस्कृति से भी रूबरू कराएंगे. चकराता से कोरूवा, पुरोडी, चकराता, माक्टीपोखरी, लोखंडी, धारना धार, कोटी और कनासर जैसी सुंदर वादियों का दीदार कर सकते हैं. अगर बारिश और बर्फबारी हो गई तो फिर चकराता की सुंदरता में चार चांद लग जाते हैं.
होटल एसोसिएशन ने पर्यटकों के लिए की है खास व्यवस्था: होटल एसोसिएशन चकराता के अध्यक्ष विक्रम पंवार ने कहा कि 31st को लेकर अभी तक जो बुकिंग आई हैं वो 20 से 30% के करीब हैं. इस टाइम बर्फबारी की भी उम्मीद है. पर्यटकों से यह अपील है कि यहां पर लिमिटेड नंबर ऑफ होटल हैं, तो वह बुकिंग के बाद ही चकराता में आएं. यहां पर बर्फबारी के टाइम में किसी परेशानी में न फंसे. हम होटल एसोसिएशन की तरफ से कोशिश कर रहे हैं कि जो पर्यटक रास्ते में फंस जाते हैं, उनको मदद कर सकें.
31 दिसंबर तक बर्फबारी की उम्मीद: विक्रम पंवार ने बताया कि होटल मालिक अपने यहां स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम करेंगे. यहां आने वाले पर्यटक इन कार्यक्रमों का आनंद उठा सकेंगे. स्थानीय निवासी दिनेश चांदना ने कहा कि 31 दिसंबर तक बर्फबारी की उम्मीद है. अगर ऐसा होता है तो चकराता आने वाले पर्यटकों को काफी मजा आएगा. बर्फबारी में यहां की सुंदरता देखते ही बनती है. चकराता आए पर्यटकों ने कहा कि यहां आकर उन्हें अद्भुत अनुभव हुआ है. कुछ पर्यटकों ने कहा कि वो मसूरी और औली तो घूम चुके हैं, लेकिन चकराता की बात ही अलग नजर आई है. चकराता आए पर्यटकों ने अन्य पर्यटकों से नया साल यहां आकर मनाने को कहा.
पुलिस ने बनाई हेल्प डेस्क: पुलिस क्षेत्राधिकारी विकासनगर भास्कर साह ने कहा कि न्यू ईयर में चकराता में काफी पर्यटक आते हैं. इसे देखते हुए एक शीतकालीन हेल्प डेस्क की व्यवस्था चकराता गेट पर की गई है. यहां पर 24 घंटे हमारे कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे. जो भी पर्यटन को जानकारी लेनी होगी वो यहां से प्राप्त कर सकते हैं.
कहां है चकराता: खूबसूरत पर्यटन स्थल चकराता उत्तराखंड के देहरादून जिले में स्थित है. ये समुद्र तल से करीब 7 हजार फीट की ऊंचाई पर है. वैसे तो यहां पर सालभर पर्यटक आते हैं, लेकिन नए साल पर बर्फबारी देखने और बर्फ में खेलने का क्रेज रखने वाले पर्यटक विशेष रूप से आते हैं. जब हमारे देश में अंग्रेजों का राज था तो उनकी सेना गर्मियों में चकराता को अपनी बेस बनाती थी. 1947 में जब देश आजाद हो गया तो तब से चकराता भारतीय सेना का बेस कैंप बन गया. यहां पर सेना के जवान ट्रेनिंग करते हैं. आज चकराता के तापमान की बात करें तो यहां अधिकतम तापमान 6° सेल्सियस है. न्यूनतम तापमान फ्रीजिंग प्वाइंट से भी नीचे -1° सेल्सियस है.
चकराता कैसे पहुंचें: चकराता पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट देहरादून में हैं. देहरादून से चकराता की दूरी 120 किलोमीटर है. देहरादून से कालसी तक 70 किलोमीटर का सफर मैदानी रास्ते से है. कालसी से 50 किलोमीटर का पहाड़ी रास्ता शुरू हो जाता है. देहरादून से उत्तराखंड परिवहन निगम की रोडवेज बसों से चकराता पहुंचा जा सकता है. इसके साथ ही टैक्सी बुक करके भी चकराता जा सकते हैं.
चकराता में होटल-टैक्सी का किराया: देहरादून से टैक्सी की चकराता तक की बुकिंग करीब 2500 रुपए में होती है. रोडवेज बस का किराया करीब 175 रुपए देहरादून से चकराता तक पड़ता है. चकराता में अगर आप टाइगर फॉल घूमने के लिए टैक्सी बुक करेंगे तो आपको करीब 1500 रुपए पड़ेंगे. मोइलाटॉप और लोखंडी घूमने के टैक्सी के करीब 2500 रुपए पड़ते हैं. अगर आप कनासर घूमना चाहेंगे तो टैक्सी वाले करीब 3000 रुपए चार्ज करेंगे. चकराता में होटल के एक रूम का प्रतिदिन का किराया करीब 1200 रुपए से शुरू होता है. होटल का अधिकतम किराया 20 हजार रुपए तक है.
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