पिथौरागढ़: डिजिटल क्रांति के दौर में भी मुनस्यारी तहसील का होकरा गांव संचार सेवा से पूरी तरह अछूता है, जिस कारण हजारों की आबादी को डिजिटल सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. आलम ये है कि ग्रामीणों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के लिए 10 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. संचार सेवा बहाल करने की मांग को लेकर ग्रामीण कई बार आंदोलन कर चुके हैं, लेकिन शासन-प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगी है, जिससे नाराज ग्रामीणों ने संचार सेवा शुरू नहीं होने पर आगामी विधानसभा चुनाव बहिष्कार करने का ऐलान किया है.
मुनस्यारी विकासखंड में होकरा से लगे 4 अन्य गांव जरथी, खोयम, गोला और नामिक में भी संचार सेवा का नामोनिशान नहीं है. यहीं नहीं शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं भी यहां राम भरोसे चल रही हैं, जबकि होकरा को जोड़ने वाली सड़क मॉनसून सीजन में बन्द रहती है. ऐसे में ग्रामीणों को एक नहीं बल्कि कई दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है. होकरा के ग्रामीणों ने सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और संचार की अव्यवस्थाओं को लेकर 3 महीने लंबा क्रमिक अनशन भी किया था, जिसके बाद विभागीय अधिकारियों ने गांव पहुंच कर सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन अभीतक हालात जस के तस बने हुए हैं.
पढ़ें- देवस्थानम बोर्ड पर हाईपावर कमेटी ने सौंपी फाइनल रिपोर्ट, जल्द बड़ा फैसला लेगी धामी सरकार!
मीणों का कहना है कि उन्हें सिलेंडर की बुकिंग करने के लिए भी 10 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है, जिस कारण लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही क्षेत्र में संचार सेवा बहाल नहीं हुई तो विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा.
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान का कहना है कि धारचुला और मुनस्यारी तहसील के संचार विहीन 28 गांवों को इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं, जिसमें होकरा गांव को भी संचार सेवा से जोड़ा जाएगा.