बेरीनाग: प्रदेश में जहां एक ओर 20वें स्थापना दिवस की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. वहीं प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है. पिथौरागढ़ के बेरीनाग स्थित सरकारी अस्पताल में हालत इतने बुरे हैं कि मात्र एक डेंटिस्ट के भरोसे पूरा अस्पताल चलाया जा रहा है.
बेरीनाग सीएचसी अस्पताल का जायजा लेने जब ईटीवी भारत की टीम वहां पहुंची तो वहां के हालात ने शासन-प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी. यहां पहुंचकर मालूम चला कि संविदा पर तैनात एक महिला डॉक्टर ही यहां आने वाले सभी मरीजों को देखती हैं. वहीं दोपहर दो बजे के बाद वह भी वापस चली जाती हैं. वहीं इमरजेंसी वार्ड में आने वाले मरीजों को देखने के लिए केवल स्टाफ नर्स और वार्ड ब्वाय ही वहां मौजूद मिले.
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इस दौरान मरीजों ने निराश होते हुए बताया कि यहां डॉक्टर नहीं हैं. यहां मौजूद स्टॉफ नर्स ही मरीजों को दवाई देती है. जानकारी के अनुसार अस्पताल में 9 डाक्टरों के पद हैं. लेकिन कोई भी डाक्टर मौके पर तैनात नहीं मिला.
वहीं सीएमओ डॉ. उषा गुंज्याल कहना है कि पूरे जिले में ही डाक्टरों की भारी कमी है. उन्होंने बताया कि यहां पर डॉक्टरों की तैनाती के प्रयास किये जा रहे हैं. स्थानीय विधायक मीना गंगोला ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात कर अस्पताल में डाक्टरों की नियुक्ति करने की बात कही है.