पिथौरागढ़: चीन सीमा से लगे धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में रविवार को हुई बर्फबारी के चलते दो से चार फुट तक बर्फ जमी है. जिसके चलते छियालेख से चीन बॉर्डर लिपुलेख तक सड़क बर्फ से ढ़क गयी है. सोमवार से बीआरओ ने सड़क से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया है. छियालेख, गर्ब्यांग, गुंजी, कालापानी और लिपुलेख में लगातार स्नो कटर और जेसीबी मशीन से बर्फ हटाने का कार्य जारी है. पिछले 3 दिनों से उच्च हिमालयी इलाकों में लगातार मौसम खराब हो रहा है. जिसके कारण काम में बाधा आ रही है.
धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हुई भारी बर्फबारी के चलते छियालेख से लिपुलेख तक मार्ग दो से चार फीट बर्फ से ढ़क गया है. इस मार्ग को खोलने का जिम्मा बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन ने अपने कंधों पर लिया है. छियालेख से लिपुलेख बॉर्डर तक जगह-जगह बीआरओ के कर्मचारी मार्ग को खोलने में जुटे हुए हैं.
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बता दें कि लिपुलेख तक सड़क जुड़ने से इस बार व्यास घाटी के गांवों में शीतकाल में भी चहल-पहल बनी हुई है. व्यास घाटी के कुटी गांव को छोड़कर बुंदी, गर्ब्यांग, नपलच्यू, गुंजी, नाबी और रोंकांग गांवों में इस साल काफी चहल-पहल दिख रही है. हालांकि बर्फबारी के बाद आम जनजीवन पटरी से उतर गया है.
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जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के चलते लिपुलेख सड़क बन्द पड़ी है. जिसे खोलने के लिए बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन लगातार प्रयास कर रही है. मगर मौसम की खराबी के चलते मार्ग को खोलने में समय लग रहा है.