पिथौरागढ़: बेरीनाग तहसील में 218 राजस्व गांव है. इस तहसील से ही थल तहसील और पांखू उप तहसील भी जुड़ी है. लेकिन बेरीनाग तहसील में पिछले एक साल से तहसीलदार और नायब तहसीलदार के पद रिक्त है. वहीं, 28 दिन पूर्व कार्यभार ग्रहण करने वाले एसडीएम का भी स्थानातंरण भी मुनस्यारी में कर दिया है. जिसके चलते बेरीनाग तहसील में एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार के साथ रजिस्ट्रार का पद का कार्यभार राजस्व उप निरीक्षक के पास है. तहसीलदार नहीं होने के चलते पिछले एक साल से भूमि से जुड़े कई मामले लंबित है.
बता दें कि बेरीनाग तहसील में पिछले वर्ष से अभी तक पांच एसडीएम के तबादले हो चुके हैं. जनवरी 2018 से अक्टूबर 2018 तक सोहन सिंह सैनी, अक्टबूर 2019 से मार्च 2019 तक तुषार सैनी और मार्च 2019 से मई 2019 तक वरूण चौधरी और मई से 2019 से 1 जुलाई 2019 तक सौरभ गहरवार और 2 जुलाई से 31 जुलाई तक बीएस फोनिया ने यहां पर कार्यभार संभाला है. जिसके चलते स्थानीय लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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पूर्व विधायक नारायण राम आर्य ने बताया कि लगातार अधिकारियों के तबादले होने से लोगों के कई कार्य समय पर नहीं हो रहे हैं. जिसके चलते लोगों को पेरशानी उठानी पड़ रही है. यहां से लगातार अधिकारियों का स्थानातंरण होना जनहित के लिए ठीक नहीं है. साथ ही कहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील जिला होने के बाद बिना प्रतिस्थानी के एसडीएम को यहां से भेजना गलत है. सरकार के द्वारा पिथौरागढ़ जिले के साथ भेदभाव किया जा रहा है. जिसके खिलाफ कांग्रेस सड़कों में उतरेगी.