पिथौरागढ़: लॉकडाउन के कारण जिला मुख्यालय में फंसे दिहाड़ी मजदूरों को सेवा संकल्प संस्था द्वारा पहाड़ी व्यंजन परोसे जा रहे हैं. पिथौरागढ़ महाविद्यालय में बने राहत कैम्प में रह रहे मजदूर इन दिनों भटिया, भट्ट की चड़कानी, पल्यो, पालक का कापा और अलसी की चटनी जैसे पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद ले रहे हैं.
ये पहाड़ी व्यंजन जहां मजदूरों को खूब भा रहे हैं. वहीं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी कारगर साबित हो रहे हैं. आपको बता दें कि, सेवा संकल्प संस्था द्वारा लॉकडाउन के बाद से ही पिथौरागढ़ महाविद्यालय में रह रहे मजदूरों को तीन वक्त का भोजन कराया जा रहा है.
कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के लिए देश में जारी लॉकडाउन के चलते यूपी और बिहार के हजारों मजदूर पिथौरागढ़ जिले में फंसे हुए हैं. रोजी-रोटी को मोहताज कई मजदूर पिथौरागढ़ महाविद्यालय में राहत कैम्पों में रह रहे हैं. देश में जारी लॉकडाउन के बाद से ही सेवा संकल्प संस्था द्वारा इन मजदूरों के तीन वक्त के खाने का इंतजाम किया जा रहा है.
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इन मजदूरों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए संस्था द्वारा पहाड़ी व्यंजन बनाये जा रहे हैं, जो स्वाद के साथ ही पौष्टिकता से भी भरपूर है. सेवा संकल्प संस्था के पदाधिकारियों का कहना है कि देश में जब तक लॉकडाउन रहेगा, तब तक कोई भी जरूरतमंद या दिहाड़ी मजदूर भूखा नहीं रहेगा.