पिथौरागढ़: लक्ष्मण सिंह महर महाविद्यालय में बीते रोज राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन का पिंडदान करने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों के खिलाफ संगठन ने कड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में छात्र संघ अध्यक्ष और एबीवीपी के जिला संयोजक सीएम पांडे और कुमांऊ संयोजक योगेश भट्ट को संगठन ने निष्कासित किया गया है. एबीवीपी संगठन ने राज्य सरकार और यूनिवर्सिटी प्रशासन के पिंडदान कार्यक्रम की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम से एबीवीपी का कोई लेना देना नहीं है.
पिथौरागढ़ महाविद्यालय में मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री और कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रशासन का पिंडदान करने वाले एबीवीपी के पदाधिकारियों को संगठन ने तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है. निष्कासित होने वालों में एबीवीपी के कुमाऊं संयोजक और जिला संयोजक शामिल हैं. एबीवीपी के प्रदेश मंत्री रोहित ओझा का कहना है कि छात्रों को अपनी मांगों को लेकर जायज तरीके से आंदोलन करना चाहिए था, लेकिन जीवित व्यक्ति का पिंडदान करना बेहद निंदनीय है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
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रोहित ओझा ने कहा कि संगठन के जो भी पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में शामिल थे उन्हें तत्काल संगठन से कार्यमुक्त किया जाएगा. बता दें कि गुरुवार को एबीवीपी के पदाधिकारियों ने प्रतियोगी और विश्वविद्यालय की परीक्षा एक साथ कराए जाने के विरोध में राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन का पिंडदान कर दिया था. जिससे एबीवीपी संगठन और सहयोगी पार्टी भाजपा की खासी फजीहत हुई थी.