डीडीहाटः 2019 की कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले दल का डीडीहाट पहुंचने पर गर्मजोशी से पहाड़ी संस्कृति के साथ स्वागत किया गया. यहां पहुंचते ही यात्री दल के साथ स्थानीय लोगों ने बम-बम भोले के जयकारे से क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया. डीडीहाट पहुंचने पर यात्रियों को दिन के भोजन में पहाड़ी व्यंजन परोसे गए.
यहां पहुंचते ही यात्रियों का स्वागत ब्रुआंश के जूस के साथ किया गया. यात्रियों ने भट्ट के डूबके, मडुवे की रोटी, पहाड़ी झुमारिया चावल की खीर के स्वाद की जमकर सरहाना की. 59 यात्रियों के दल में चयनित दिल्ली के महेश कुमार लोहमी ने पारिवारिक कारणों से यात्रा को छोड़ने के कारण अब केवल 58 यात्री ही कैलाश मानसरोवर यात्रा में शामिल हैं.
इस अवसर पर समाजसेवी दीवान सिंह भंडारी ने माला पहनाकर यात्रियों का स्वागत किया. डीडीहाट टीआरएच में यात्री दल का स्वागत उपजिलाधिकारी केसी गोस्वामी ,टीआरएच प्रबंधक आनंद आर्या, एसएचओ केसी आर्या आदि ने किया.
छोलिया डांस पर जमकर थिरके यात्री
डीडीहाट से दिन का खाने के पश्चात यात्री दल 7वीं वाहिनी आईटीबीपी में पहुंचा. यहां वाहिनी के मुख्य द्वार से कॉन्फ्रेंस हाल तक यात्रियों को छोलिया डांस के साथ लाया गया. इस दौरान यात्री दल कुमांऊनी संस्कृति से ओतप्रोत छोलिया डांस की धुन में थिरकने से आपने अपने को रोक न पाए.
आईटीबीपी में दल का स्वागत उपमहानिरीक्षक एपीएस निम्बाडिया ने किया. वाहिनी में पाल वंश के भानुराज पाल बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे. यात्रियों द्वारा भानुराज पाल से पाल वंश के इतिहास की जानकारी उत्स्कता से ली गई.
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यहां सेनानी महेंद्र प्रताप के दिशा निर्देश पर यात्रियों को आगे की यात्रा की जानकारी एवम सावधानी के बारे में बताया गया. तत्पश्चात यात्री दल आधार शिविर धारचूला के लिए रवाना हो गया. इस अवसर पर उपसेनानी मुकेश चंद, सहायक सेनानी हरबंश लाल, दीपक गोगई, विक्रांत बिष्ट आदि लोग शामिल थे.