ETV Bharat / state

सल्याड़ी के पास काली नदी में समाया NH, धारचूला समेत बॉर्डर इलाकों का कटा संपर्क

चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाला जौलजीबी-धारचूला हाईवे का एक हिस्सा काली नदी में समा गया है. इससे धारचूला तहसील मुख्यालय समेत बॉर्डर इलाकों का संपर्क कट गया है.

jauljibi-dharchula highway
सड़क टूटा
author img

By

Published : Oct 22, 2021, 7:09 PM IST

Updated : Oct 22, 2021, 8:04 PM IST

पिथौरागढ़: चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाला जौलजीबी-धारचूला राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया है. बीती रात काली नदी के तेज बहाव में सल्याड़ी के पास 50 मीटर सड़क नदी में समा गई. जिसके चलते धारचूला तहसील मुख्यालय समेत बॉर्डर इलाकों का शेष दुनिया से संपर्क कट गया है. सामरिक नजरिये से अहम इस एनएच के बंद होने से बॉर्डर पर तैनात सेना, आईटीबीपी और एसएसबी की आवाजाही भी प्रभावित हो गई है.

भारत और नेपाल को बांटने वाली काली नदी के तेज बहाव में जौलजीबी-धारचूला राष्ट्रीय राजमार्ग सल्याड़ी के पास जमींदोज हो गया है. जिसके चलते धारचूला मुख्यालय समेत बॉर्डर की 40 हजार से अधिक आबादी पूरी तरह कट चुकी है. इतना ही नहीं एनएच बंद होने से चीन और नेपाल बॉर्डर के लिए संपर्क पूरी तरह टूट चुका है. बता दें कि इसी सड़क से होकर लिपुलेख और दारमा घाटी के बॉर्डर इलाकों तक आवाजाही होती है.

जौलजीबी-धारचूला हाईवे बंद.

ये भी पढ़ेंः चमोली जिले में एयर एंबुलेंस सेवा शुरू, पहले दिन 3 मरीजों को हायर सेंटर किया गया एयर लिफ्ट

जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर ग्रामीणः बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते दारमा घाटी को जोड़ने वाला तवाघाट-दुग्तु मोटरमार्ग जगह-जगह बंद पड़ा है. 5 दिनों से मार्ग बंद होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालात ये हैं कि यहां लोग अपने जरूरी कार्यों के चलते जान जोखिम में डालकर खतरनाक रास्तों से सफर करने को मजबूर हैं.

ये भी पढ़ेंः दारमा-व्यास घाटी में फंसे सैलानियों को सेना ने चिनूक से किया रेस्क्यू, महाराष्ट्र के पर्यटक की मौत

पिथौरागढ़: चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाला जौलजीबी-धारचूला राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया है. बीती रात काली नदी के तेज बहाव में सल्याड़ी के पास 50 मीटर सड़क नदी में समा गई. जिसके चलते धारचूला तहसील मुख्यालय समेत बॉर्डर इलाकों का शेष दुनिया से संपर्क कट गया है. सामरिक नजरिये से अहम इस एनएच के बंद होने से बॉर्डर पर तैनात सेना, आईटीबीपी और एसएसबी की आवाजाही भी प्रभावित हो गई है.

भारत और नेपाल को बांटने वाली काली नदी के तेज बहाव में जौलजीबी-धारचूला राष्ट्रीय राजमार्ग सल्याड़ी के पास जमींदोज हो गया है. जिसके चलते धारचूला मुख्यालय समेत बॉर्डर की 40 हजार से अधिक आबादी पूरी तरह कट चुकी है. इतना ही नहीं एनएच बंद होने से चीन और नेपाल बॉर्डर के लिए संपर्क पूरी तरह टूट चुका है. बता दें कि इसी सड़क से होकर लिपुलेख और दारमा घाटी के बॉर्डर इलाकों तक आवाजाही होती है.

जौलजीबी-धारचूला हाईवे बंद.

ये भी पढ़ेंः चमोली जिले में एयर एंबुलेंस सेवा शुरू, पहले दिन 3 मरीजों को हायर सेंटर किया गया एयर लिफ्ट

जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर ग्रामीणः बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते दारमा घाटी को जोड़ने वाला तवाघाट-दुग्तु मोटरमार्ग जगह-जगह बंद पड़ा है. 5 दिनों से मार्ग बंद होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालात ये हैं कि यहां लोग अपने जरूरी कार्यों के चलते जान जोखिम में डालकर खतरनाक रास्तों से सफर करने को मजबूर हैं.

ये भी पढ़ेंः दारमा-व्यास घाटी में फंसे सैलानियों को सेना ने चिनूक से किया रेस्क्यू, महाराष्ट्र के पर्यटक की मौत

Last Updated : Oct 22, 2021, 8:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.