पिथौरागढ़: चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाला जौलजीबी-धारचूला राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया है. बीती रात काली नदी के तेज बहाव में सल्याड़ी के पास 50 मीटर सड़क नदी में समा गई. जिसके चलते धारचूला तहसील मुख्यालय समेत बॉर्डर इलाकों का शेष दुनिया से संपर्क कट गया है. सामरिक नजरिये से अहम इस एनएच के बंद होने से बॉर्डर पर तैनात सेना, आईटीबीपी और एसएसबी की आवाजाही भी प्रभावित हो गई है.
भारत और नेपाल को बांटने वाली काली नदी के तेज बहाव में जौलजीबी-धारचूला राष्ट्रीय राजमार्ग सल्याड़ी के पास जमींदोज हो गया है. जिसके चलते धारचूला मुख्यालय समेत बॉर्डर की 40 हजार से अधिक आबादी पूरी तरह कट चुकी है. इतना ही नहीं एनएच बंद होने से चीन और नेपाल बॉर्डर के लिए संपर्क पूरी तरह टूट चुका है. बता दें कि इसी सड़क से होकर लिपुलेख और दारमा घाटी के बॉर्डर इलाकों तक आवाजाही होती है.
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जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर ग्रामीणः बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते दारमा घाटी को जोड़ने वाला तवाघाट-दुग्तु मोटरमार्ग जगह-जगह बंद पड़ा है. 5 दिनों से मार्ग बंद होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालात ये हैं कि यहां लोग अपने जरूरी कार्यों के चलते जान जोखिम में डालकर खतरनाक रास्तों से सफर करने को मजबूर हैं.
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