बेरीनागः असम में सड़क हादसे का शिकार हुए बेरीनाग के आईटीबीपी जवान संतोष सिंह महरा (ITBP Jawan Santosh Singh) का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. जवान संतोष सिंह 9वीं बटालियन आइटीबीपी में तैनात थे. जो असम में सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे. जिसके बाद उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था. जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. वहीं, संतोष अपने पीछे पत्नी-बेटा और बुजुर्ग माता-पिता को छोड़ गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग विकासखंड के उडियारी गांव के आइटीबीपी जवान संतोष सिंह महरा (उम्र 30 वर्ष) बीती 31 दिसंबर को ड्यूटी जाते वक्त वाहन दुर्घटना में घायल हो गए थे. जिसके बाद इनका इलाज असम के मोहनबाड़ी स्थित एक अस्पताल में चल रहा था, लेकिन 4 जनवरी की सुबह इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. वहीं, 5 जनवरी को जवान संतोष का पार्थिव शरीर असम से दिल्ली लाया गया. दिल्ली से पार्थिव शरीर को आईटीबीपी के वाहन से आज सुबह 8 बजे उनके पैतृक गांव उड़ियारी लाया गया.
पार्थिव शरीर घर में पहुंचते ही पत्नी, माता-पिता, भाई-बहन बेसुध हो गए. उनके घर में पत्नी मनीषा, डेढ़ साल का बेटा, बुजुर्ग माता-पिता और छोटा भाई है. वहीं, जवान संतोष का पार्थिव शरीर थल स्थित रामगंगा नदी घाट पर लाया गया. जहां पर उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उन्हें मुखाग्नि चचेरे भाई चंदन सिंह महरा और किशन सिंह महरा ने दी. इससे पहले आईटीबीपी की 7वीं बटालियन मिर्थी से इंस्पेक्टर कुंदन सिंह के नेतृत्व में आए जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. बता दें कि संतोष सिंह महरा पुत्र गंगा सिंह महरा असम के डिब्रूगढ़ में तैनात था.
वहीं, गंगोलीहाट विधायक फकीर राम टम्टा (Gangolihat MLA Fakir Ram Tamta), जिला पंचायत सदस्य नंदन बाफिला, जिला पंचायत सदस्य भुप्पी कार्की, थल तहसीलदार हिमाशु जोशी, व्यापार मंडल अध्यक्ष थल बबलू सामंत समेत सैकड़ों लोगों ने अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. वहीं, जवान के निधन पर पूरा इलाके में गम का माहौल है.
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