पिथौरागढ़ : कोरोना वायरस से निपटने के लिए पिथौरागढ़ जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग हैं. हालांकि अभी तक राहत भरी खबर ये है कि पिथौरागढ़ में कोरोना का कोई पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है. फिर भी एहतियात के तौर पर जिला अस्पताल पिथौरागढ़ में कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वॉर्ड बनाया गया है.
भारत में जिस तरह से कोरोना पॉजिटिव मामले बढ़ रहे हैं, उसने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. उत्तराखंड की बात करें तो यहां भी अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित 35 मरीज सामने आ चुके हैं. ऐसे में प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग पूरी मुस्तैदी के साथ कोरोना की रोकथाम में जुटे हुए हैं. पिथौरागढ़ जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कोरोना को मात देने के लिए कितने तैयार हैं ईटीवी भारत ने जिला अस्पताल पहुंचकर इसका जायजा लिया.
जिला अस्पताल पिथौरागढ़ के डॉक्टरों ने बताया कि हॉस्पिटल में एक आइसोलेशन वॉर्ड बनाया गया है. इसमें 63 बेड कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए हैं. 43 बेड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए हैं.
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डॉक्टरों ने बताया कि आइसोलेशन वॉर्ड को नियमित रूप से सैनेटाइज किया जा रहा है. आइसोलेशन वॉर्ड में स्टाफ के अलावा किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है. वॉर्ड में सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं.
आइसोलेशन वॉर्ड में तैनात मेडिकल स्टाफ ने बताया कि अगर कोरोना का संक्रमित कोई भी मरीज भर्ती होता है तो वो अपने घर नहीं जाएंगे. मरीज को ठीक करने के लिए हॉस्पिटल में ही दिन-रात कोरोना से जंग लड़ेंगे. मेडिकल स्टाफ को आशंका है कि ऐसी स्थिति में घर जाने से उनके परिजनों में भी संक्रमण का खतरा हो सकता है.
जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि आइसोलेशन वॉर्ड में तैनात किए गए मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी और भोजन बनाने वाले कर्मचारियों को कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए प्रशिक्षण दिया गया है. इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में ग्लब्ज, मास्क, सर्जिकल मास्क और पीपीई किट की व्यवस्था की गयी है.