पिथौरागढ़: मानसिक रूप से पीड़ित एक नेपाली नागरिक के उपचार के लिए धारचूला में अंतर्राष्ट्रीय झूलापुल खोला गया. एसएसबी की निगरानी में पुल को 3 घण्टे के लिए खोला गया. इस दौरान 138 लोग नेपाल से भारत आये जबकि 105 लोग भारत से नेपाल गए. पुल खुलने पर नेपाली नागरिक भारी संख्या में खरीदारी करने के लिए धारचूला पहुंचे. इस दौरान धारचूला बाजार में रौनक देखने को मिली. व्यापारियों ने सरकार से पुल को नियमित खोले जाने की मांग की.
पिथौरागढ़ के धारचूला में भारत और नेपाल को जोड़ने वाला अंतर्राष्ट्रीय झूलापुल फिर खोला गया. नेपाल के दार्चूला निवासी एक मानसिक रोगी की तबीयत बिगड़ने पर इलाज के लिए बरेली अस्पताल जाना था. इसके साथ ही भारत से कुछ लोगों को पुण्यतिथि में शामिल होने के लिए नेपाल जाना था. इस कारण दोनों देशों की सहमति से झूलापुल खोला गया. एसएसबी की निगरानी में पुल को गुरुवार दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक कुल तीन घण्टे के लिए खोला गया.
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पुल खुलने पर भारत और नेपाल के बीच कुल 243 लोगों ने आवाजाही की. नेपाल से भारी तादात में लोग खरीददारी करने के लिए धारचूला पहुंचे. इससे धारचूला के व्यापारियों के चेहरे खिल उठे. व्यापारियों ने सरकार से त्योहारी सीजन के दौरान अंतर्राष्ट्रीय झूलापुल नियमित रूप से खोले जाने की मांग की. आपको बता दें कि धारचूला बाजार का व्यापार पूरी तरह नेपाली खरीदारों पर ही निर्भर है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण पिछले 7 महीने से अंतर्राष्ट्रीय झूलापुल बंद होने से धारचूला में व्यापारिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.