पिथौरागढ़: भारत-कजाकिस्तान संयुक्त युद्धाभ्यास काजिंद-2019 में दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे की युद्ध रणनीति को साझा कर रहे हैं. युद्धाभ्यास के पांचवें दिन आतंकियों के ठिकाने में घुसकर उन्हें मार गिराने के गुर सिखाए गए. जिसमें दोनों देशों के सैनिकों को पहले हेलीकॉप्टर से एक मीटर की दूरी से हथियारों के साथ कूदने का अभ्यास कराया गया. इसके बाद पांच मीटर हवाई दूरी से उतरकर दुश्मनों के ठिकाने में पहुंचकर उन्हें नष्ट करने की जानकारी दी गई. वहीं, दोनों देशों के सैनिकों ने पर्वतीय क्षेत्रों में स्कूल के भीतर छुपे आतंकियों से निपटने का युद्धाभ्यास किया.
पिथौरागढ़ के सैन्य छावनी में चल रहे काजिंद संयुक्त अभ्यास में दोनों देशों के सैनिकों ने रणनीति बनाकर आतकियों का सामना किया. मेजर भूप सिंह और के. निखिल विशनोई के नेतृत्व में कजाकिस्तानी और भारतीय सैनिकों को स्कूल में छुपे आतकियों को खत्म करने का अभ्यास किया. नैनीसैनी हवाई पट्टी से हेलीकॉप्टर ने पहले क्षेत्र की रेकी की. जिसके बाद चार उड़ान भरकर सैनिकों को पहाड़ी में स्थित स्कूल में छुपे आतंकियों वाले क्षेत्र में उतारा गया.
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वहीं, उतरते ही सैनिकों ने क्षेत्र को पूरी तरह कवर कर किया. जिसके बाद तीन टोलियों ने तीन अलग-अलग रास्तों से स्कूल तक पहुंचकर कर पूरे क्षेत्र को कवर किया. जिसमें एक टीम ने कवर फायर किया तो दूसरी टीम ऊपर की तरह बढ़ती रही. तीनों टीमों ने स्कूल में छुपे आंतकियों को घेर कर उनका खात्मा किया. इससे पहले नैनीसैनी हवाई पट्टी पर कजाकिस्तान के सैनिकों को हेलीकॉप्टर से रस्सियों के सहारे आतंकी क्षेत्रों में उतरने का प्रशिक्षण दिया गया था.