पिथौरागढ़: भारत-नेपाल सीमा पर बना नवनिर्मित डोडा-लाली अंतरराष्ट्रीय झूला पुल शुक्रवार से आम लोगों के लिए खोल दिया गया. यह भारत और नेपाल की सीमा पर बना पांचवां अंतरराष्ट्रीय झूला पुल है. अकेले नेपाल क्षेत्र की 50,000 से अधिक की आबादी को इस पुल का लाभ मिलेगा.
200 मीटर लंबे इस झूलापुल का निर्माण नेपाल सरकार द्वारा 1 करोड़ 25 लाख नेपाली रुपए की लागत से किया गया है. झूला पुल के बनने से दोनों मुल्कों के बीच आवाजाही सुगम होने के साथ ही रोटी-बेटी के रिश्ते भी मजबूत होंगे. पुल के बनने से दोनों मुल्कों के 50 से अधिक गांव लाभांवित होंगे. दशकों से इस क्षेत्र के लोग झूला पुल की मांग कर रहे थे.
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उद्घाटन के मौके पर दोनों मुल्कों के जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे. पुल नहीं होने के कारण लोगों को यहां 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी. वहीं कुछ लोग टायर ट्यूब के जरिये जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते थे. पुल के बनने से लोगों ने राहत की सांस ली है. दोनों देशों की आपसी सहमति से बने इस पुल के निर्माण से आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन के क्षेत्र में लाभ होगा.