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भारत-नेपाल के बीच नवनिर्मित डोडा-लाली पुल का उद्घाटन, रोटी-बेटी का रिश्ता होगा मजबूत

डोडा-लाली अंतराष्ट्रीय झूलापुल का शुक्रवार को उद्घाटन किया गया. झूला पुल के बनने से दोनो मुल्कों के बीच आवाजाही सुगम होने के साथ ही रोटी-बेटी के रिश्ते भी और मजबूत होंगे.

आम लोगों के लिए खुला डोडा-लाली अंतराष्ट्रीय झूलापुल.
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Published : Aug 2, 2019, 11:49 PM IST

पिथौरागढ़: भारत-नेपाल सीमा पर बना नवनिर्मित डोडा-लाली अंतरराष्ट्रीय झूला पुल शुक्रवार से आम लोगों के लिए खोल दिया गया. यह भारत और नेपाल की सीमा पर बना पांचवां अंतरराष्ट्रीय झूला पुल है. अकेले नेपाल क्षेत्र की 50,000 से अधिक की आबादी को इस पुल का लाभ मिलेगा.

200 मीटर लंबे इस झूलापुल का निर्माण नेपाल सरकार द्वारा 1 करोड़ 25 लाख नेपाली रुपए की लागत से किया गया है. झूला पुल के बनने से दोनों मुल्कों के बीच आवाजाही सुगम होने के साथ ही रोटी-बेटी के रिश्ते भी मजबूत होंगे. पुल के बनने से दोनों मुल्कों के 50 से अधिक गांव लाभांवित होंगे. दशकों से इस क्षेत्र के लोग झूला पुल की मांग कर रहे थे.

आम लोगों के लिए खुला डोडा-लाली अंतराष्ट्रीय झूलापुल.

यह भी पढ़े-कोटद्वार: एक साल में चार SDM के तबादले, स्थानीय लोगों में आक्रोश

उद्घाटन के मौके पर दोनों मुल्कों के जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे. पुल नहीं होने के कारण लोगों को यहां 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी. वहीं कुछ लोग टायर ट्यूब के जरिये जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते थे. पुल के बनने से लोगों ने राहत की सांस ली है. दोनों देशों की आपसी सहमति से बने इस पुल के निर्माण से आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन के क्षेत्र में लाभ होगा.

पिथौरागढ़: भारत-नेपाल सीमा पर बना नवनिर्मित डोडा-लाली अंतरराष्ट्रीय झूला पुल शुक्रवार से आम लोगों के लिए खोल दिया गया. यह भारत और नेपाल की सीमा पर बना पांचवां अंतरराष्ट्रीय झूला पुल है. अकेले नेपाल क्षेत्र की 50,000 से अधिक की आबादी को इस पुल का लाभ मिलेगा.

200 मीटर लंबे इस झूलापुल का निर्माण नेपाल सरकार द्वारा 1 करोड़ 25 लाख नेपाली रुपए की लागत से किया गया है. झूला पुल के बनने से दोनों मुल्कों के बीच आवाजाही सुगम होने के साथ ही रोटी-बेटी के रिश्ते भी मजबूत होंगे. पुल के बनने से दोनों मुल्कों के 50 से अधिक गांव लाभांवित होंगे. दशकों से इस क्षेत्र के लोग झूला पुल की मांग कर रहे थे.

आम लोगों के लिए खुला डोडा-लाली अंतराष्ट्रीय झूलापुल.

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उद्घाटन के मौके पर दोनों मुल्कों के जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे. पुल नहीं होने के कारण लोगों को यहां 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी. वहीं कुछ लोग टायर ट्यूब के जरिये जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते थे. पुल के बनने से लोगों ने राहत की सांस ली है. दोनों देशों की आपसी सहमति से बने इस पुल के निर्माण से आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन के क्षेत्र में लाभ होगा.

Intro:पिथौरागढ़: भारत नेपाल के बीच नवनिर्मित डोडा-लाली अंतराष्ट्रीय झूलापुल का आज (शुक्रवार) उद्घाटन किया गया। इस मौके पर दोनों मुल्कों के जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। 200 मीटर लंबे इस झूलापुल का निर्माण नेपाल सरकार द्वारा 1 करोड़ 25 लाख नेपाली रुपये की लागत से बनाया गया है। झूलापुल के बनने से दोनो मुल्कों के बीच आवाजाही सुगम होने के साथ ही रोटी-बेटी के रिश्ते भी और मजबूत होंगे। पुल के बनने से भारत और नेपाल दोनों मुल्कों के 50 से अधिक गाँव लाभांवित होंगे।

पिथौरागढ़ जिले के डोडा क्षेत्र में भारत-नेपाल के बीच बना पांचवां अंतराष्ट्रीय झूलापुल आज से आम लोगों के लिए खुल गया है। दशकों से इस क्षेत्र के लोग झूलापुल की मांग कर रहे थे। पुल ना होने के कारण लोगों को यहां 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी। वहीं कुछ लोग टायर ट्यूब के जरिये जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते थे। मगर अब पुल के बनने से लोगों ने राहत की सांस ली है। अकेले नेपाल क्षेत्र की 50,000 से अधिक आबादी इस पुल से लाभान्वित होगी। दोनों देशों की आपसी सहमति से बने इस पुल के निर्माण से आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन के क्षेत्र में लाभ मिलेगा।

Byte1: शंकर सिंह बिष्ट, नेपाली अधिकारी
Byte2: बिशन सिंह चुफाल, विधायक, डीडीहाट
Byte3: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़


Body:पिथौरागढ़: भारत नेपाल के बीच नवनिर्मित डोडा-लाली अंतराष्ट्रीय झूलापुल का आज (शुक्रवार) उद्घाटन किया गया। इस मौके पर दोनों मुल्कों के जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। 200 मीटर लंबे इस झूलापुल का निर्माण नेपाल सरकार द्वारा 1 करोड़ 25 लाख नेपाली रुपये की लागत से बनाया गया है। झूलापुल के बनने से दोनो मुल्कों के बीच आवाजाही सुगम होने के साथ ही रोटी-बेटी के रिश्ते भी और मजबूत होंगे। पुल के बनने से भारत और नेपाल दोनों मुल्कों के 50 से अधिक गाँव लाभांवित होंगे।

पिथौरागढ़ जिले के डोडा क्षेत्र में भारत-नेपाल के बीच बना पांचवां अंतराष्ट्रीय झूलापुल आज से आम लोगों के लिए खुल गया है। दशकों से इस क्षेत्र के लोग झूलापुल की मांग कर रहे थे। पुल ना होने के कारण लोगों को यहां 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी। वहीं कुछ लोग टायर ट्यूब के जरिये जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते थे। मगर अब पुल के बनने से लोगों ने राहत की सांस ली है। अकेले नेपाल क्षेत्र की 50,000 से अधिक आबादी इस पुल से लाभान्वित होगी। दोनों देशों की आपसी सहमति से बने इस पुल के निर्माण से आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन के क्षेत्र में लाभ मिलेगा।

Byte1: शंकर सिंह बिष्ट, नेपाली अधिकारी
Byte2: बिशन सिंह चुफाल, विधायक, डीडीहाट
Byte3: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़


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