पिथौरागढ़: ऑलवेदर रोड के चौड़ीकरण कार्य के चलते मार्ग बंद होने के कारण हार्ट मरीज तीन घंटे तक सड़क पर ही तड़पता रहा. इस दौरान मरीज के तीमारदार कार्यदायी संस्था के कर्मचारियों से रास्ता खोलने की मिन्नतें करते रहें. लेकिन ऑलवेदर रोड के चौड़ीकरण के कार्य में लगे कर्मचारियों का दिल नहीं पसीजा.
वहीं, कोई मदद नहीं मिलने पर मरीजों ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों से इलाज का अनुरोध किया. परिजनों के अनुरोध पर जिला अस्पताल ने डॉक्टरों की टीम भेजकर मौके पर भेजा और मरीज का उपचार किया. इसके बाद मेडिकल टीम ने चादर की डोली बनाकर मलबे से बंद पड़े रास्ते को पार किया और 108 की मदद से मरीज को जिला अस्पताल पहुंचाया.
गंगोलीहाट निवासी गोपाल राम को हार्ट अटैक के बाद परिजन मंगलवार को जिला अस्पताल ले जा रहे थे. लेकिन गुरना के पास सड़क चौड़ीकरण के कार्य के कारण मार्ग बंद था. जिस वजह से मरीज सड़क पर ही तड़पता रहा. मरीज के परिजनों ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए सड़क कटिंग में लगे कर्मचारियों से मार्ग खोलने को भी कहा. लेकिन कर्मचारियों ने असंवेदनशीलता दिखाते हुए रास्ता नहीं खोला.
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कहीं से मदद की उम्मीद मिलती नहीं देख परिजनों ने पूरे मामले की सूचना 108 को दी. जिसके बाद सीएमओ के निर्देश पर डॉक्टरों की टीम मौके पर भेजी गई. डॉक्टरों ने मरीज को मौके पर ही प्राथमिक उपचार देने के बाद चादर का स्ट्रेचर बनाया और एंबुलेंस तक पहुंचाया.
मुख्य चिकित्साधिकारी हरीश चंद्र पंत ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही मेडिकल टीम भेजकर मौके पर ही मरीज का उपचार किया गया है. मरीज के पास आर्मी का मेडिकल कार्ड है, परिजनों के अनुरोध पर उन्हें आर्मी के मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं प्रभारी जिलाधिकारी आरडी पालीवाल ने बताया कि ऑलवेदर सड़क पर गुरना के पास पहाड़ की कटिंग का कार्य किया जा रहा है. दुर्घटना की आशंका के चलते 6 घण्टे के लिए मार्ग को बंद रखा गया था.
बता दें कि, ऑलवेदर सड़क चौड़ीकरण के कार्य के चलते डीएम के आदेश पर पिथौरागढ़ से घाट के बीच हाईवे को सुबह साढ़े 8 बजे से दोपहर ढाई बजे तक 6 घण्टे के लिए बंद रखा गया था. इस दौरान आपातकालीन स्थिति में लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी.