ETV Bharat / state

रिटायरमेंट के 68 दिन बाद गांव पहुंचे हवलदार, कहा- क्वारंटाइन रहना सबकी जिम्मेदारी

बाराकोट के रहने वाले निर्मल चंद्र शर्मा असम राइफल में हवलदार के पद पर तैनात थे और 1 अप्रैल को मेघालय यूनिट से सेवानिवृत्त हुए थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते अपने गांव नहीं पहुंच सके.

author img

By

Published : Jun 5, 2020, 8:30 PM IST

berinag news
निर्मल चंद्र शर्मा

बेरीनागः असम राइफल से सेवानिवृत्ति होने के 68 दिन बाद हवलदार निर्मल चंद्र शर्मा अपने घर पहुंचे हैं. लॉकडाउन खुलने के बाद अब जाकर हवलदार अपने गांव बाराकोट पहुंचे हैं और क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे हैं. बाराकोट के रहने वाले निर्मल चंद्र शर्मा असम राइफल में हवलदार के पद पर तैनात थे. बीते 1 अप्रैल को मेघालय की यूनिट से रिटायर हुए हैं. लेकिन देशभर में लॉकडाउन के चलते 22 मई तक मेघालय में ही रुके हुए थे.

रिटायरमेंट के 68 दिन बाद गांव पहुंचे हवलदा निर्मल चंद्र शर्मा.

ये भी पढ़ेंः क्वारंटाइन सेंटर में जान गंवा रहे प्रवासी, विभागीय अधिकारी बोले- कोरोना से नहीं मौत का कोई संबंध

बीते 24 मई को हवलदार निर्मल चंद्र ट्रेन के जरिए दिल्ली पहुंचे और वहां से प्राइवेट गाड़ी के जरिए बाराकोट पहुंचे हैं. रेलगाड़ी के जरिए दिल्ली पहुंचे. बाराकोट पहुंचने ही निर्मल चंद्र ने ग्राम प्रधान राजेश सिंह अधिकारी से संपर्क साधा. जिसके बाद उन्हें 14 दिनों के लिए राइंका बाराकोट में क्वारंटाइन किया गया है. वहीं, हवलदार निर्मल चंद्र शर्मा ने बताया कि देश की सुरक्षा के लिए 28 साल घर से बाहर रहकर अपनी सेवाएं दी हैं. ऐसे में गांव की सुरक्षा के लिए 14 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रहना जिम्मेदारी है.

बेरीनागः असम राइफल से सेवानिवृत्ति होने के 68 दिन बाद हवलदार निर्मल चंद्र शर्मा अपने घर पहुंचे हैं. लॉकडाउन खुलने के बाद अब जाकर हवलदार अपने गांव बाराकोट पहुंचे हैं और क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे हैं. बाराकोट के रहने वाले निर्मल चंद्र शर्मा असम राइफल में हवलदार के पद पर तैनात थे. बीते 1 अप्रैल को मेघालय की यूनिट से रिटायर हुए हैं. लेकिन देशभर में लॉकडाउन के चलते 22 मई तक मेघालय में ही रुके हुए थे.

रिटायरमेंट के 68 दिन बाद गांव पहुंचे हवलदा निर्मल चंद्र शर्मा.

ये भी पढ़ेंः क्वारंटाइन सेंटर में जान गंवा रहे प्रवासी, विभागीय अधिकारी बोले- कोरोना से नहीं मौत का कोई संबंध

बीते 24 मई को हवलदार निर्मल चंद्र ट्रेन के जरिए दिल्ली पहुंचे और वहां से प्राइवेट गाड़ी के जरिए बाराकोट पहुंचे हैं. रेलगाड़ी के जरिए दिल्ली पहुंचे. बाराकोट पहुंचने ही निर्मल चंद्र ने ग्राम प्रधान राजेश सिंह अधिकारी से संपर्क साधा. जिसके बाद उन्हें 14 दिनों के लिए राइंका बाराकोट में क्वारंटाइन किया गया है. वहीं, हवलदार निर्मल चंद्र शर्मा ने बताया कि देश की सुरक्षा के लिए 28 साल घर से बाहर रहकर अपनी सेवाएं दी हैं. ऐसे में गांव की सुरक्षा के लिए 14 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रहना जिम्मेदारी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.