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नदी में बहकर आया गुलदार का शव, बड़ा सवाल, कैसे हुई मौत ? - उत्तराखंड न्यूज

गुलदार की मौत के कारणों का अभीतक पता नहीं लग पाया है. वन विभाग की टीम ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

गुलदार
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Published : May 11, 2020, 3:50 PM IST

बेरीनाग: रामगंगा नदी में एक गुलदार का शव बहता हुआ मिला. ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर गुलदार के शव को नदी से बाहर निकालकर कब्जे में लिया.

जानकारी के मुताबिक सत्याल गांव के कुछ युवक सुबह नहर के किनारे गए हुए थे. तभी कैलुवाबगड़ के पास गुलदार का शव नदी में एक ओट के सहारे बीच में अटक गया था. युवकों ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान रश्मि सत्याल को दी. ग्राम प्रधान सत्याल ने सूचना वन विभाग डीडीहाट के अधिकारियों को दी.

सूचना मिलने के कुछ देर बाद ही वन रक्षक नवीन चन्द्र जोशी और योगेश कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने युवाओं के सहयोग से नदी से गुलदार का शव बाहर निकाला. वन विभाग की टीम शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रेंज मुख्यालय डीडीहाट ले गई.

पढ़ें- रामनगर में आंधी-तूफान से तबाही, कहीं छत उड़ी तो कहीं पेड़ धराशायी

वन रक्षक जोशी ने बताया यह नर गुलदार था. इसकी अनुमानित आयु दस साल थी. गुलदार की लंबाई डेढ़ मीटर थी. गुलदार का शव पानी में फूल गया था. इस वजह से उससे दुर्गन्ध आ रही थी. ऐसा अनुमान है कि वह एक सप्ताह पहले मर चुका होगा. इसकी मौत कैसे हुए इसकी सही जानकारी पोस्टमॉर्टम के बाद ही मिल पाएगी.

बेरीनाग: रामगंगा नदी में एक गुलदार का शव बहता हुआ मिला. ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर गुलदार के शव को नदी से बाहर निकालकर कब्जे में लिया.

जानकारी के मुताबिक सत्याल गांव के कुछ युवक सुबह नहर के किनारे गए हुए थे. तभी कैलुवाबगड़ के पास गुलदार का शव नदी में एक ओट के सहारे बीच में अटक गया था. युवकों ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान रश्मि सत्याल को दी. ग्राम प्रधान सत्याल ने सूचना वन विभाग डीडीहाट के अधिकारियों को दी.

सूचना मिलने के कुछ देर बाद ही वन रक्षक नवीन चन्द्र जोशी और योगेश कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने युवाओं के सहयोग से नदी से गुलदार का शव बाहर निकाला. वन विभाग की टीम शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रेंज मुख्यालय डीडीहाट ले गई.

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वन रक्षक जोशी ने बताया यह नर गुलदार था. इसकी अनुमानित आयु दस साल थी. गुलदार की लंबाई डेढ़ मीटर थी. गुलदार का शव पानी में फूल गया था. इस वजह से उससे दुर्गन्ध आ रही थी. ऐसा अनुमान है कि वह एक सप्ताह पहले मर चुका होगा. इसकी मौत कैसे हुए इसकी सही जानकारी पोस्टमॉर्टम के बाद ही मिल पाएगी.

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