पिथौरागढ़: केएमवीएन और जीएमवीएन के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारी निगम की संपत्ति को निजी हाथों में देने के फैसले का विरोध कर रहे हैं. साथ ही कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने, संविदा कर्मियों को नियमित करने और दोनों निगमों का पर्यटन परिषद में विलय करने की मांग महासंघ कर रहा है.
गढ़वाल मंडल विकास निगम (केएमवीएन) और कुमाऊं मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) की संपत्तियों के संचालन को निजी हाथों में देने का संयुक्त कर्मचारी महासंघ विरोध कर रहा है. महासंघ के अध्यक्ष दिनेश गुरुरानी ने बताया कि निगम के लाभ में चल रहे आवास गृहों को निजी हाथों में दिया जा रहा है. साथ ही नैनीताल में निगम के रोप वे संचालन को निजी हाथों में सौप दिया गया है जो कि निगम प्रशासन का अदूरदर्शी फैसला है.
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महासंघ की मांग है कि कुमाऊं और गढ़वाल मंडल विकास निगम का एकीकरण करने के बजाए पर्यटन परिषद में मर्ज किया जाए. महासंघ का कहना है कि दोनों निगमों के एकीकरण से कर्मचारियों का वेतनमान और वरिष्ठता प्रभावित हो सकती है. महासंघ ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.