पिथौरागढ़: घाट-पिथौरागढ़ ऑलवेदर रोड में चौड़ीकरण के कार्य के चलते सड़क लगातार बाधित हो रही है. जिस कारण यात्रियों को घंटों जाम का सामना करना पड़ रहा है. पहाड़ियों के कटान के कारण कई स्थानों पर लैंडस्लाइड जोन डेवलप हो गए हैं. जिसके चलते मार्ग में हादसों का खतरा बना हुआ है. वहीं जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए कार्यदायी संस्था को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बारह-मासी सड़क का निर्माण पूरा करने की मियाद चार महीने शेष बची हुई है. ऐसे में एनएचए के सामने सड़क का निर्माण कार्य पूरा करने की चुनौती खड़ी हो गई है. घाट से पिथौरागढ़ तक के मार्ग की बात करें तो यहां अभी भी डेढ़ किलोमीटर से अधिक मार्ग पर पहाड़ियों की कटिंग का कार्य किया जा रहा है. जिस कारण रोड लगातार बाधित हो रही है. साथ ही मार्ग में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल टनकपुर-पिथौरागढ़ बारह-मासी सड़क का करीब 770 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य किया जा रहा है. सड़क का निर्माण बीते 2017 नवंबर से शुरू हुआ था. कार्यदायी संस्था एनएचए ने वर्ष 2019 तक निर्माण कार्य पूरा करना था. लेकिन एनएचए सड़क का निर्माण दो साल में भी नहीं कर पाया. एनएचए ने काम पूरा करने के लिए छह माह का अतिरिक्त समय मांगा था. अब एनएचए के सामने छह माह में काम पूरा करने की चुनौती है. काम पूरा नहीं होने पर कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई होगी.