बेरीनाग: सरयू नदी में डूबने से पांच युवकों की मौत हो गई है. पांचों युवकों के शव बरामद कर लिए गए हैं. पांचों युवक कूना गणाई के रहने वाले हैं. एसडीएम गंगोलीहाट बीएस फोनिया राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पूरा घटनाक्रम जाना. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. क्षेत्र में इस घटना से शोक की लहर है.
जानकारी मिली है कि एक दिन पहले ही सेराघाट के रामपुर से एक बारात गणाई के धौलियाइजर कूना गांव गई थी. बारात लौटने पर परंपरा के अनुसार दुल्हन के साथ उसका भाई, चचेरा भाई सहित तीन अन्य युवक दुल्हन को छोड़ने उसके ससुराल गए थे. आज सुबह ये सभी अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ की सीमा पर बहने वाली सरयू नदी में नहाने चले गए. इसी दौरान नदी में तेज प्रवाह आ गया और ये पांचों नदी की गहराई को भांप नहीं सके और उसमें डूब गए. लड़कों की चीख सुनकर आसपास के लोगों ने उनको बचाने के लिए दौड़े, लेकिन जब तक लोग वहां पहुंचते उससे पहले ही पांचों लड़के नदी में डूब गए थे.

मृतकों के नाम-
- रवींद्र कुमार 15 वर्ष पुत्र गोकुल राम.
- साहिल कुमार 15 वर्ष पुत्र पूरन राम.
- पीयूष कुमार 15 वर्ष पुत्र कृष्ण कुमार.
- राजेश कुमार 16 वर्ष पुत्र खीम राम.
- मोहित कुमार 17 वर्ष पुत्र अशोक कुमार.
शादी वाले घर में फैला मातम
कूना गणाई के घर में मंगलवार को शादी की शहनाइयां गूंज रही थी. इसी दौरान हादसा होने के बाद पूरे गांव में मातम फैला हुआ है.
दो परिवारों को एकलौता चिराग बुझे
नदी में नहाने के दौरान दो परिवारों के एकलौते चिराग बुझ गए. जिसमें अपनी सगी बहन को विदा कर लौट रहे रविंद्र कुमार जैन की मृत्यु हो गई. वहीं, राजेश कुमार और साहिल अपने घर के इकलौते चिराग थे. दोनों घरों में इकलौता चिराग बुझने से दुखों का पहाड़ टूट गया है. साहिल को छोड़कर अन्य युवक जीआईसी गणाई के छात्र थे.

10 लाख मुआवजे की मांग
पूर्व विधायक नारायण राम आर्या ने घटना पर दुःख जताते हुए कहा कि मृतक युवक निर्धन परिवारों से हैं. ऐसे में पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख का मुआवजा देने की मांग की है. वहीं, इस दुखद घटना पर मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने गहरा दुख व्यक्त किया है और युवाओं की आत्मा की शांति का प्रार्थना की है. इसके साथ ही शोक संतप्त परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है.
रिवाज है बहन को ससुराल तक छोड़ना
शादी के दिन लड़की को उसके ससुराल तक छोड़ने के लिए परिवार के भाई या अन्य परिजन जाते हैं. यह रीति रिवाज पहाड़ों में सदियों से चली आ रही है. इस रीति रिवाज में यह होता है लड़की को ससुराल तक पहुंचाने के लिए जो साथ में जाता है, उसे वहां तक छोड़कर आता है. जिससे लड़की को यह अहसास होता है वह ससुराल में अकेली नहीं है. शादी के दिन लड़की के साथ आने वालों की हर क्षेत्र में अलग अलग रीति रिवाज से उनका स्वागत भी होता है.