पिथौरागढ़: किसान कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन दिल्ली बॉर्डर पर जारी है.आंदोलन को देशभर के किसानों का समर्थन मिल रहा है. वहीं, पिथौरागढ़ के विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. जिले के किसानों ने केंद्र सरकार से एक स्वर में आंदोलनकारी किसानों की सभी जायज मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की है.
किसानों ने कृषि कानून को वापस लेने के साथ ही फसलों पर एमएसपी की गारंटी भी सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाने की मांग की है. वहीं कुछ किसानों का ये भी कहना है कि किसान आंदोलन को किसी भी स्थिति में हिंसात्मक नहीं बनने देना चाहिए और ना ही आंदोलन की वजह से स्थानीय लोगों को कोई दिक्कतें पेश आनी चाहिए. किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए काश्तकार जगदीश कुमार ने कहा कि किसान की बदौलत ही देश के लोगों का जीवन सुरक्षित है. ऐसे में सरकार को किसानों का अस्तित्व सुरक्षित रखना है.
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काश्तकार जगदीश कुमार का कहना है कि केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को तत्काल प्रभाव से वापस लेकर किसान आंदोलन को खत्म कराना चाहिए. वहीं, काश्तकार राजेंद्र प्रसाद का कहना है कि सरकार की हठधर्मिता के चलते किसान आंदोलन पिछले काफी समय से किया जा रहा है. जिसके कारण किसानों को काफी नुकसान भी हो रहा है. ऐसे में सरकार को किसानों की मांगों को जल्द मान लेना चाहिए. काश्तकार ललिता बिष्ट का कहना है सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए. साथ ही किसानों को भी आंदोलन को हिंसात्मक रूप देने से बचना चाहिए.