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जिला पंचायत सदस्य ने सरकार से की दायित्वधारियों को हटाने की मांग

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Published : Jun 14, 2020, 4:35 PM IST

जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज प्रदेश सरकार के दायित्वधारियों को हटाने की मांग को लेकर अपने घर पर धरने पर बैठे. उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण राज्य आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. ऐसे में उन्होंने सरकार को वित्तीय अनुशासन का उदाहरण देते हुए दर्जाधारियों को हटाने की मांग की है.

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जिला पंचायत सदस्य ने सरकार से की दायित्वधारियों को हटाने की मांग.

बेरीनाग: प्रदेश सरकार के दायित्वधारियों को हटाने की मांग को लेकर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया घर पर धरने पर बैठे. जगत मर्तोलिया ने सरकार के खिलाफ एकल नारेबाजी भी की. साथ ही कहा कि कोरोना महामारी के कारण राज्य की वित्तीय स्थिति नाजुक दौर में है. ऐसे में सरकार को वित्तीय अनुशासन का उदाहरण देते हुए दर्जाधारियों को हटा देना चाहिए.

जिला पंचायत सदस्य ने सरकार से की दायित्वधारियों को हटाने की मांग.

जिला सदस्य जगत मर्तोलिया ने दो दिन पहले धरना-प्रदर्शन की अपील की थी. जिसके बाद जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने अपने घर में दो घंटे धरना दिया. उन्होंने धरने के दौरान सरकार पर विरोध जताते हुए एकल नारेबाजी भी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है. मर्तोलिया ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कर्ज के रसातल में पहुंच चुके राज्य की हालात कोरोना महामारी ने खस्ता कर दी है. वहीं करोना टेस्ट के लिए एकमात्र सुशीला तिवारी मेडीकल कॉलेज हल्दानी में बने लैब में तकनीकी खराबी आ जाने से 11 जून से बंद है.

यह भी पढ़ें: पिथौरागढ़ के दो भाई बने सेना में अफसर, एक दूसरे के कंधे पर सजाया रैंक

जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि कर्मिकों के भत्ते, वेतन, नई नौकरी और बुनियादी सुविधाएं, स्वरोजगार के अवसर, कृषि यंत्र, बीज और खाद की सब्सिडी सब स्टोर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को दर्जाधारियों को हटाकर उक्त स्टोर फैसलों को खोलते हुए किसानों के एक लाख रुपए तक के कृषि कर्ज को माफ करना चाहिए. वहीं आज के जिला पंचायत सदस्य के इस धरना-प्रदर्शन के समर्थन में राज्य के भीतर जगह-जगह पर धरना देकर आंदोलन को बल दिया गया.

बेरीनाग: प्रदेश सरकार के दायित्वधारियों को हटाने की मांग को लेकर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया घर पर धरने पर बैठे. जगत मर्तोलिया ने सरकार के खिलाफ एकल नारेबाजी भी की. साथ ही कहा कि कोरोना महामारी के कारण राज्य की वित्तीय स्थिति नाजुक दौर में है. ऐसे में सरकार को वित्तीय अनुशासन का उदाहरण देते हुए दर्जाधारियों को हटा देना चाहिए.

जिला पंचायत सदस्य ने सरकार से की दायित्वधारियों को हटाने की मांग.

जिला सदस्य जगत मर्तोलिया ने दो दिन पहले धरना-प्रदर्शन की अपील की थी. जिसके बाद जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने अपने घर में दो घंटे धरना दिया. उन्होंने धरने के दौरान सरकार पर विरोध जताते हुए एकल नारेबाजी भी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है. मर्तोलिया ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कर्ज के रसातल में पहुंच चुके राज्य की हालात कोरोना महामारी ने खस्ता कर दी है. वहीं करोना टेस्ट के लिए एकमात्र सुशीला तिवारी मेडीकल कॉलेज हल्दानी में बने लैब में तकनीकी खराबी आ जाने से 11 जून से बंद है.

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जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि कर्मिकों के भत्ते, वेतन, नई नौकरी और बुनियादी सुविधाएं, स्वरोजगार के अवसर, कृषि यंत्र, बीज और खाद की सब्सिडी सब स्टोर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को दर्जाधारियों को हटाकर उक्त स्टोर फैसलों को खोलते हुए किसानों के एक लाख रुपए तक के कृषि कर्ज को माफ करना चाहिए. वहीं आज के जिला पंचायत सदस्य के इस धरना-प्रदर्शन के समर्थन में राज्य के भीतर जगह-जगह पर धरना देकर आंदोलन को बल दिया गया.

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