पिथौरागढ़: चीन सीमा से लगी दारमा घाटी को जोड़ने वाली सड़क नदी का जलस्तर बढ़ने से सेला गांव के पास जमींदोज हो गयी है. सड़क बंद होने के कारण दारमा घाटी के 14 गांव अलग-थलग पड़ गए हैं. साथ ही बॉर्डर पर तैनात सेना की आपूर्ति भी इसके कारण ठप हो गयी है.
दारमा घाटी को जोड़ने वाली सड़क सेला गांव के आगे बह गई है. इसी सड़क के जरिए चीन सीमा के करीब आवागमन होता था. वरुण नाले के तेज बहाव के कारण 10 मीटर से अधिक सड़क का हिस्सा बह गया है. यही नहीं लगातार बढ़ रहे पानी से सीमेंट के पुल पर भी खतरा मंडराने लगा है. इस स्थान पर सीपीडब्ल्यूडी को 280 फीट लम्बा बैली ब्रिज बनाना है. लेकिन फिलहाल काम चलाने के लिए सीमेंट का अस्थायी पुल बनाया है, जो भी अब खतरे में है.
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यहां लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं. तीजम से आने वाली ठालीगाड़ नदी का जलस्तर बढ़ने से सीपीडब्ल्यूडी की तरफ बनाया गया अस्थायी सीमेंट का पुल खतरे की जद में आ गया है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से दारमा घाटी के लिए आवाजाही जल्द से जल्द बहाल करने की गुहार लगाई है.