पिथौरागढ़: नेपाल सीमा से सटे बलतड़ी गांव का पिछले 3 महीने से शेष दुनिया से सम्पर्क कटा हुआ है. जिसके चलते अब गांव में खाद्यान्न संकट भी पैदा हो गया है. दरअसल, सितंबर माह में आयी आपदा के चलते बलतड़ी गांव को जोड़ने वाला अश्वमार्ग जमींदोज हो गया था. इस मार्ग के जरिये ही बलतड़ी गांव में जरूरी चीजों की आपूर्ति होती थी. मार्ग बंद होने से खाद्यान्न आपूर्ति पूरी तरह से ठप है. इस कारण ग्रामीण अब जरूरी चीजों को मोहताज हो गए हैं.
मूनाकोट ब्लॉक के बलतड़ी गांव को मुख्यधारा से जोड़ने वाला अश्वमार्ग पिछले 3 माह से बंद पड़ा है. ग्रामीणों का कहना है कि मॉनसून सीजन में हुई भारी बारिश के चलते गांव को जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग जमींदोज हो गया था. तब से मार्ग पर लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है. लैंडस्लाइड के चलते गांव की पेयजल योजना भी ध्वस्त हो गयी है. यही नहीं गांव भी खतरे की जद में हैं.
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लम्बे समय से मार्ग बंद होने से गांव में खाद्यान्न संकट पैदा हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि उनका गांव पेयजल, स्वास्थ्य, सड़क और संचार की सुविधाओं से पूरी तरह अछूता है. वे कई बार शासन-प्रशासन के आगे फरियाद लगा चुके हैं, मगर अब तक इस मामले पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. बलतड़ी के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर मार्ग को शीघ्र खोलने की मांग की है. साथ ही ग्रामीणों ने गांव में राशन उपलब्ध कराने की भी बात कही है. जिलाधिकारी ने भी ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है.