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नंदा देवी में देखे गए 5 शवों को बेस कैंप लाना चुनौती, विदेशी दूतावास से नहीं हो सका संपर्क

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Published : Jun 4, 2019, 5:26 PM IST

Updated : Jun 5, 2019, 4:02 PM IST

हेली सर्च ऑपरेशन के दौरान नंदा देवा में पांच शव देखे गए हैं. शव के आस-पास पर्वतारोहियों का सामान भी रेस्क्यू टीम को नजर आया है. लेकिन, इन लाशों को नंदा देवी से बेस कैंप लाना प्रशासन के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है.

नंदा देवी.

पिथौरागढ़: नंदा देवी क्षेत्र में देखे गए शवों को निकालने के लिए प्रशासन ठोस कार्य योजना तैयार कर रहा है. पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर मौजूद शवों को वापस बेस कैंप तक लाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. आर्मी, आईटीबीपी और पर्वतारोही विशेषज्ञों से बातचीत कर प्रशासन ऐसे अनुभवी लोगों की सूची तैयार कर रहा है जो शवों को वापस ला सके.

दरअसल, नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गए 8 पर्वतारोहियों का दल बीते दिनों से लापता है. इस दल में 4 ब्रिटेन, 2 अमेरिका और 1 ऑस्ट्रेलिया के 7 पर्वतारोही और एक भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर शामिल है. आशंका जताई जा रही है कि नंदा देवी में देखे गए शव इन्हीं पर्वतारोहियों के हैं. शव जिन क्षेत्रों में देखे गए हैं वो एवलॉन्च प्रोन एरिया है. बताया जा रहा है कि वहां तक पहुंचने का कोई रास्ता भी नहीं है. ऐसे में इस क्षेत्र में जाकर शवों को वापस बेस कैंप तक लाना काफी मुसीबत भरा है. अब प्रशासन के आगे चुनौती ये है कि इन शवों को निकाला कैसे जाए?

पढ़ें- पिथौरागढ़: नंदा देवी ईस्ट फतह करने गए विदेशी पर्वतारोही का आठ सदस्यीय दल लापता

लापता विदेशी पर्वतारोहियों के परिजनों और विदेशी दूतावास का अभी तक प्रशासन से कोई संपर्क नहीं हुआ है. ऐसे में अगर शवों को रेस्क्यू कर भी लिया जाता है तो उसे किसे सुपुर्द किया जाएगा, ये भी बड़ा सवाल है. प्रशासन का कहना है कि वो विदेशी दूतावास और परिजनों से संपर्क बनाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं ताकि रेस्क्यू की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा सके.

बता दें कि नंदा देवी अभियान के लिए 12 सदस्यीय दल 15 मई को मुनस्यारी मुख्यालय से रवाना हुआ था. दल के चार सदस्य नंदा देवी बेस कैंप में रुके थे, जबकि 8 पर्वतारोही नंदादेवी ईस्ट अभियान में लापता हैं. लापता पर्वतारोहियों में 4 यूके, 2 यूएसए, 1 ऑस्ट्रेलिया और एक भारतीय पर्वतारोही हैं. बताया जा रहा है कि नंदा देवी क्षेत्र में लगातार एवलॉन्च (बर्फीला तूफान) आने के कारण रेस्‍क्‍यू अभियान चलाने में अड़चने आ रही हैं. जानकारी के मुताबिक 24 मई से इन पर्वतारोहियो की लोकेशन ट्रेक नहीं हो पा रही है.

पिथौरागढ़: नंदा देवी क्षेत्र में देखे गए शवों को निकालने के लिए प्रशासन ठोस कार्य योजना तैयार कर रहा है. पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर मौजूद शवों को वापस बेस कैंप तक लाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. आर्मी, आईटीबीपी और पर्वतारोही विशेषज्ञों से बातचीत कर प्रशासन ऐसे अनुभवी लोगों की सूची तैयार कर रहा है जो शवों को वापस ला सके.

दरअसल, नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गए 8 पर्वतारोहियों का दल बीते दिनों से लापता है. इस दल में 4 ब्रिटेन, 2 अमेरिका और 1 ऑस्ट्रेलिया के 7 पर्वतारोही और एक भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर शामिल है. आशंका जताई जा रही है कि नंदा देवी में देखे गए शव इन्हीं पर्वतारोहियों के हैं. शव जिन क्षेत्रों में देखे गए हैं वो एवलॉन्च प्रोन एरिया है. बताया जा रहा है कि वहां तक पहुंचने का कोई रास्ता भी नहीं है. ऐसे में इस क्षेत्र में जाकर शवों को वापस बेस कैंप तक लाना काफी मुसीबत भरा है. अब प्रशासन के आगे चुनौती ये है कि इन शवों को निकाला कैसे जाए?

पढ़ें- पिथौरागढ़: नंदा देवी ईस्ट फतह करने गए विदेशी पर्वतारोही का आठ सदस्यीय दल लापता

लापता विदेशी पर्वतारोहियों के परिजनों और विदेशी दूतावास का अभी तक प्रशासन से कोई संपर्क नहीं हुआ है. ऐसे में अगर शवों को रेस्क्यू कर भी लिया जाता है तो उसे किसे सुपुर्द किया जाएगा, ये भी बड़ा सवाल है. प्रशासन का कहना है कि वो विदेशी दूतावास और परिजनों से संपर्क बनाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं ताकि रेस्क्यू की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा सके.

बता दें कि नंदा देवी अभियान के लिए 12 सदस्यीय दल 15 मई को मुनस्यारी मुख्यालय से रवाना हुआ था. दल के चार सदस्य नंदा देवी बेस कैंप में रुके थे, जबकि 8 पर्वतारोही नंदादेवी ईस्ट अभियान में लापता हैं. लापता पर्वतारोहियों में 4 यूके, 2 यूएसए, 1 ऑस्ट्रेलिया और एक भारतीय पर्वतारोही हैं. बताया जा रहा है कि नंदा देवी क्षेत्र में लगातार एवलॉन्च (बर्फीला तूफान) आने के कारण रेस्‍क्‍यू अभियान चलाने में अड़चने आ रही हैं. जानकारी के मुताबिक 24 मई से इन पर्वतारोहियो की लोकेशन ट्रेक नहीं हो पा रही है.

Intro:पिथौरागढ़: नंदा देवी क्षेत्र में देखे गए शवों को निकालने के लिए प्रशासन ठोस कार्ययोजना तैयार कर रहा है। पांच हज़ार मीटर की ऊंचाई पर मौजूद इन शवों को वापस बेस कैम्प तक लाना प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती से कम नही है। आर्मी, आईटीबीपी और पर्वतारोही विशेषज्ञों से बातचीत कर प्रशासन ऐसे अनुभवी लोगों की सूची तैयार कर रहा है जो शवों को वापस ला सके।

नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गया 8 पर्वतारोही का दल बीते दिनों लापता हो गया था। इस दल में ब्रिटेन,अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के 7 पर्वतारोही और एक भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर शामिल था। आशंका जताई जा रही है की नंदा देवी में देखे गए शव इन्ही पर्वतारोहियों के है। जिस क्षेत्र में ये शव देखे गए है वो एवलांस प्रोन एरिया है साथ ही वहां तक पहुंचने का कोई रास्ता भी नही है। ऐसे में इस क्षेत्र में जाकर शवों को वापस बेस केम्प तक लाना काफी मुसीबत भरा है। अब प्रशासन के आगे चुनौती ये है कि इन शवों को निकाला कैसे जाए?

वहीं लापता हुए विदेशी पर्वतारोहियों के परिजनों और विदेशी दूतावास का अभी तक प्रशासन से कोई संपर्क नही हुआ है। ऐसे में अगर शवों को रेस्क्यू कर भी लिया जाता है तो उसे किसके सुपुर्द किया जाएगा ये भी बड़ा सवाल बना हुआ है। प्रशासन का कहना है कि वो विदेशी दूतावास और परिजनों से संपर्क बनाने की दिशा में भी काम कर रहे है ताकि रेस्क्यू की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा सके।

Byte: विजय जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़



Body:पिथौरागढ़: नंदा देवी क्षेत्र में देखे गए शवों को निकालने के लिए प्रशासन ठोस कार्ययोजना तैयार कर रहा है। पांच हज़ार मीटर की ऊंचाई पर मौजूद इन शवों को वापस बेस कैम्प तक लाना प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती से कम नही है। आर्मी, आईटीबीपी और पर्वतारोही विशेषज्ञों से बातचीत कर प्रशासन ऐसे अनुभवी लोगों की सूची तैयार कर रहा है जो शवों को वापस ला सके।

नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गया 8 पर्वतारोही का दल बीते दिनों लापता हो गया था। इस दल में ब्रिटेन,अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के 7 पर्वतारोही और एक भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर शामिल था। आशंका जताई जा रही है की नंदा देवी में देखे गए शव इन्ही पर्वतारोहियों के है। जिस क्षेत्र में ये शव देखे गए है वो एवलांस प्रोन एरिया है साथ ही वहां तक पहुंचने का कोई रास्ता भी नही है। ऐसे में इस क्षेत्र में जाकर शवों को वापस बेस केम्प तक लाना काफी मुसीबत भरा है। अब प्रशासन के आगे चुनौती ये है कि इन शवों को निकाला कैसे जाए?

वहीं लापता हुए विदेशी पर्वतारोहियों के परिजनों और विदेशी दूतावास का अभी तक प्रशासन से कोई संपर्क नही हुआ है। ऐसे में अगर शवों को रेस्क्यू कर भी लिया जाता है तो उसे किसके सुपुर्द किया जाएगा ये भी बड़ा सवाल बना हुआ है। प्रशासन का कहना है कि वो विदेशी दूतावास और परिजनों से संपर्क बनाने की दिशा में भी काम कर रहे है ताकि रेस्क्यू की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा सके।

Byte: विजय जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़



Conclusion:
Last Updated : Jun 5, 2019, 4:02 PM IST
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