बेरीनाग: पिछले दो दिन से जारी मनरेगा कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार शुक्रवार को भी जारी रहा. कर्मचारियों ने गंगोलीहाट और बेरीनाग विकासखंड मुख्यालय में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार से नियमितीकरण, राज्य कर्मचारियों की भांति स्वास्थ्य बीमा सहित आदि सुविधाएं देने की मांग की.
गंगोलीहाट में कर्मचारियों ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से लगातार कार्य करने के बाद भी मनेरगा कर्मचारी, ग्राम रोजगार सेवक, उप कार्यक्रम अधिकारी, कनिष्ठ अभियंता, कम्प्यूटर ऑपरेटरों की सरकार सुध नहीं ले रही है. कोरोना काल में इन कर्मचारियों ने बिना जान की परवाह किए दिन रात प्रवासियों को रोजगार से जोड़ने के साथ-साथ लोगों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार दिया, लेकिन उसके बाद सरकार द्वारा मनरेगा कर्मचारियों की मांगों को अनेदखा किया जा रहा है.
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कर्मचारियों का कहना है कि यदि सरकार शीघ्र नियमितीकरण, राज्य कर्मचारियों की भांति स्वास्थ्य बीमा सहित आदि सुविधायें नहीं देती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. प्रदर्शन में डीपीओ पवन पाठक, डीपीओ बेरीनाग कुलदीप बोहरा, कनिष्ट अभियंता, रोजगार सहायक आदि मौजूद थे.
हल्द्वानी में मनरेगा कर्मचारियों का धरना
वहीं, हल्द्वानी में भी अपने विभिन्न मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी संगठनों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. नैनीताल जिले के मनरेगा कर्मचारियों ने आज हल्द्वानी के बुध पार्क में धरना प्रदर्शन करते हुए कहा कि हम पिछले 10 सालों से मनरेगा से जुड़ी योजनाओं पर काम कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों और सरकार द्वारा कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है. कर्मचारियों को न ही समय से वेतन नहीं मिलता है न ही ईपीएफ, बीमा और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.
'सरकार हमारा शोषण कर रही है'
कर्मचारियों का कहना है कि जिला स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक मनरेगा कर्मचारी सरकार की योजना को सफल बनाने का काम करते हैं, लेकिन सरकार कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के बजाय उनका शोषण कर रही है. हमसे नियमित कर्मचारियों से ज्यादा काम लिया जा रहा है, लेकिन कई सालों से काम करने के बावजूद भी नियमित नहीं किया गया है. यहां तक की ईपीएफ, स्वास्थ्य और बीमा की सुविधा भी नहीं मिल रही है.