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नेपाल में लैंडस्लाइड से काली नदी का प्रवाह रुका, झील बनने से भारत को बड़ा खतरा

नेपाल के कालागाड़ में भारी बारिश के कारण सोमवार को पहाड़ी का बड़ा हिस्सा दरक कर बरसाती नाले में गिर गया था, जिसकी वजह से काली नदी का प्रवाह रुका गया और वहां एक झील बन गई है. ये झील पिथौरागढ़ जिले के बड़े हिस्से को नुकसान पहुंचा सकती है.

artificial lake on Nepal border
artificial lake on Nepal border
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Published : Aug 31, 2021, 4:46 PM IST

Updated : Aug 31, 2021, 5:07 PM IST

पिथौरागढ़: आसमानी आफत ने भारत-नेपाल बॉर्डर के जुम्मा गांव के साथ ही नेपाल में भी जमकर तबाही मचाई है. नेपाल के कालागाड़ में बरसाती नाले से आए भारी मलबे ने काली नदी का प्रवाह रोक दिया है. नेपाल की ओर से हुए भारी भूस्खलन के कारण काली नदी में बड़ी झील बन गई है, जिसने एक और बड़ा खतरा मंडरा रहा है. अगर ये झील टूटती है तो धारचूला और जौलजीबी समेत निचले इलाकों को खतरा हो सकता है.

सोमवार सुबह हुई भारी बारिश ने भारत-नेपाल बॉर्डर पर जमकर कहर बरपाया है. नेपाल की ओर से कालागाड़ की पहाड़ी दरकने से काली नदी का प्रवाह रुक गया है. जिसके चलते इस स्थान पर झील बन गयी है, जो बड़ी तबाही का कारण बन सकती है.

artificial lake on Nepal border
काली नदी का प्रवाह रुकने से बनी झील.

पढ़ें- धारचूला आपदा FOLLOW UP: दो लापता लोगों की तलाश जारी, काली नदी का बहाव प्रभावित

झील बनने से एनएचपीसी कॉलोनी में जलभराव हो गया है, साथ ही दर्जनों मकानों में मलबा और पानी घुस आया है. यही नहीं तीन वाहन भी बह गए हैं. काली नदी का जलस्तर बढ़ने से बीआरओ का क्रशर प्लांट और हट्स भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बीआरओ कर्मी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद बचाव में जुटे रहे.

jumma village pithoragarh
जुम्मा गांव में घुसा मलबा.

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि भू-वैज्ञानिकों की टीम द्वारा झील क्षेत्र का सर्वेक्षण किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर ही आगे ही कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, काली नदी का जलस्तर बढ़ने की सूचना पर प्रशासन और पुलिस ने रात में ही लाउडस्पीकर से लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है.

आसमानी आफत: गौर हो कि सोमवार (30 अगस्त) तड़के धारचूला के जुम्मा गांव में बादल फटने की घटना के बाद अबतक 5 शव बरामद हो चुके हैं और दो लोगों की तलाश की जा रही है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, एसएसबी और प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं. आसमानी आफत में यहां 7 जिंदगियां मौत के आगोश में समा गई हैं. वहीं, 7 मकान भी जमींदोज हो गए हैं. जुम्मा गांव के जामुनी और सिरौउड़यार तोक के सभी आपदा प्रभावितों को सरकारी भवनों और नजदीक के गांव में शिफ्ट कराया जा रहा है, साथ ही चिकित्सा टीम घटना क्षेत्र में पहुंच गई है. राहत एवं बचाव कार्य जारी है.

पिथौरागढ़: आसमानी आफत ने भारत-नेपाल बॉर्डर के जुम्मा गांव के साथ ही नेपाल में भी जमकर तबाही मचाई है. नेपाल के कालागाड़ में बरसाती नाले से आए भारी मलबे ने काली नदी का प्रवाह रोक दिया है. नेपाल की ओर से हुए भारी भूस्खलन के कारण काली नदी में बड़ी झील बन गई है, जिसने एक और बड़ा खतरा मंडरा रहा है. अगर ये झील टूटती है तो धारचूला और जौलजीबी समेत निचले इलाकों को खतरा हो सकता है.

सोमवार सुबह हुई भारी बारिश ने भारत-नेपाल बॉर्डर पर जमकर कहर बरपाया है. नेपाल की ओर से कालागाड़ की पहाड़ी दरकने से काली नदी का प्रवाह रुक गया है. जिसके चलते इस स्थान पर झील बन गयी है, जो बड़ी तबाही का कारण बन सकती है.

artificial lake on Nepal border
काली नदी का प्रवाह रुकने से बनी झील.

पढ़ें- धारचूला आपदा FOLLOW UP: दो लापता लोगों की तलाश जारी, काली नदी का बहाव प्रभावित

झील बनने से एनएचपीसी कॉलोनी में जलभराव हो गया है, साथ ही दर्जनों मकानों में मलबा और पानी घुस आया है. यही नहीं तीन वाहन भी बह गए हैं. काली नदी का जलस्तर बढ़ने से बीआरओ का क्रशर प्लांट और हट्स भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बीआरओ कर्मी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद बचाव में जुटे रहे.

jumma village pithoragarh
जुम्मा गांव में घुसा मलबा.

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि भू-वैज्ञानिकों की टीम द्वारा झील क्षेत्र का सर्वेक्षण किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर ही आगे ही कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, काली नदी का जलस्तर बढ़ने की सूचना पर प्रशासन और पुलिस ने रात में ही लाउडस्पीकर से लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है.

आसमानी आफत: गौर हो कि सोमवार (30 अगस्त) तड़के धारचूला के जुम्मा गांव में बादल फटने की घटना के बाद अबतक 5 शव बरामद हो चुके हैं और दो लोगों की तलाश की जा रही है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, एसएसबी और प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं. आसमानी आफत में यहां 7 जिंदगियां मौत के आगोश में समा गई हैं. वहीं, 7 मकान भी जमींदोज हो गए हैं. जुम्मा गांव के जामुनी और सिरौउड़यार तोक के सभी आपदा प्रभावितों को सरकारी भवनों और नजदीक के गांव में शिफ्ट कराया जा रहा है, साथ ही चिकित्सा टीम घटना क्षेत्र में पहुंच गई है. राहत एवं बचाव कार्य जारी है.

Last Updated : Aug 31, 2021, 5:07 PM IST
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