पिथौरागढ़: नंदादेवी क्षेत्र में देखे गए 5 पर्वतारोहियों के शवों को वापस लाने के लिए आईटीबीपी का ऑपरेशन डेयर डेविल जारी है. इसी कड़ी में भारतीय वायुसेना के MI-17 हेलीकॉप्टर के जरिए आईटीबीपी के 15 कुशल पर्वतारोहियों को नंदा देवी बेस कैंप 2 पहुंचाया गया है. साथ ही रेस्क्यू टीम के लिए खाद्यान्न, उपकरण और अन्य आवश्यक सामग्री भी बेस कैंप पहुंचाई गई है.
बता दें कि लापता पर्वतारोहियों को नंदा देवी ट्रैक रूट से वापस लाने के लिए जिला प्रशासन ने रक्षा मंत्रालय से वायुसेना के MI-17 हेलीकॉप्टर की अनुमति ली थी. साथ ही लापता पर्वतारोहियों के शवों को निकाले जाने के लिए ऑपरेशन डेयर डेविल के तहत 20 से 22 दिन की कार्ययोजना तैयार की गई है.
बीते शुक्रवार को नंदा देवी ट्रैक रूट का हवाई सर्वेक्षण कर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए स्थान चिह्नित किया गया था. जिसके बाद शनिवार को सेना के हेलीपैड से आईटीबीपी के 6 जवान और मुनस्यारी हेलीपैड से 9 जवानों को नंदा देवी बेस कैंप 2 पहुंचाया गया है.
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ये प्रशिक्षित जवान अगले चार दिनों तक बेस कैंप टू में एक्लाइमेटाइजेशन की ट्रेनिंग लेंगे. जिसके बाद ये टीम बर्फीली पहाड़ियों पर पैदल मार्ग बनाते हुए आगे बढ़ेंगे. वहीं, जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि नंदा देवी क्षेत्र में बर्फबारी और हिमस्खलन जारी है. ऐसे में रेस्क्यू टीम की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा.
गौर हो कि बीते 26 मई को नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गये 12 सदस्यीय दल के 8 लोग अनाम चोटी पर चढ़ते समय लापता हो गए थे. जिसकी सूचना प्रशासन को 31 मई को मिली थी. जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए लापता पर्वतारोहियों की तलाश में हेलीकॉप्टर से रेकी की थी.
रेकी के दौरान नंदा देवी क्षेत्र में 5 शवों को देखा गया था. जिन्हें वापस लाना भोगौलिक परिस्थितियों के साथ बर्फीले तूफान की वजह से सम्भव नहीं हो पा रहा है. ऐसे में अभी तक उनका रेस्क्यू नहीं हो पाया है. इसके बाद अब ऑपरेशन डेयर डेविल चलाया जा रहा है.
विभिन्न देशों के लापता पर्वतारोहियों की संख्या-
- इंग्लैंड- 4
- अमेरिका- 2
- ऑस्ट्रेलिया- 1
- भारत- 1 पर्वतारोही शामिल हैं. जो भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के लाइजन ऑफिसर शामिल थे.