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पिथौरागढ़ में बनेगी 57KM लंबी सीवर लाइन, 13 सालों से लटका था प्रोजेक्ट - 57KM लंबी सीवर लाइन

पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में 13 साल से अधूरी पड़ी सीवर लाइन का निर्माण कार्य सितम्बर माह से शुरू होने जा रहा है. इसके लिये शासन स्तर से 18 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है.

पिथौरागढ़ में बनेगी 57KM लंबी सीवर लाइन
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Published : Aug 13, 2019, 2:04 PM IST

पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय में 13 साल से अधूरी पड़ी सीवर लाइन का निर्माण कार्य सितम्बर माह से शुरू होने जा रहा है. इसके लिये शासन स्तर से 18 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है. कार्यदायी संस्था उत्तराखंड पेयजल निगम ने सीवर निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी हैं.

बता दें कि पिथौरागढ़ मुख्यालय को सीवर की समस्या से निजात दिलाने के लिए वित्तीय वर्ष 2006-07 में सीवर लाइन के निर्माण को मंजूरी मिल गई थी. सीवर लाइन के निर्माण का जिम्मा जल निगम निर्माण शाखा और यांत्रिक डिवीजन अल्मोड़ा को दिया गया था.

पिथौरागढ़ में बनेगी 57KM लंबी सीवर लाइन

विभागीय प्रस्ताव के मुताबिक शहर में कुल 57 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई जानी थी और दो सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनने थे. जिसके लिए 36 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, लेकिन विभाग को शासन से मात्र 18.50 करोड़ रुपये ही मिल पाए थे. जिसकी वजह से कार्य अधूरा रह गया. अब प्रशासन ने विभाग को निर्माण कार्य के लिए 18 करोड़ की धनराशि दे दी है. जिससे अब निर्माण कर्य को गति मिलेगी.

पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय में 13 साल से अधूरी पड़ी सीवर लाइन का निर्माण कार्य सितम्बर माह से शुरू होने जा रहा है. इसके लिये शासन स्तर से 18 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है. कार्यदायी संस्था उत्तराखंड पेयजल निगम ने सीवर निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी हैं.

बता दें कि पिथौरागढ़ मुख्यालय को सीवर की समस्या से निजात दिलाने के लिए वित्तीय वर्ष 2006-07 में सीवर लाइन के निर्माण को मंजूरी मिल गई थी. सीवर लाइन के निर्माण का जिम्मा जल निगम निर्माण शाखा और यांत्रिक डिवीजन अल्मोड़ा को दिया गया था.

पिथौरागढ़ में बनेगी 57KM लंबी सीवर लाइन

विभागीय प्रस्ताव के मुताबिक शहर में कुल 57 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई जानी थी और दो सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनने थे. जिसके लिए 36 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, लेकिन विभाग को शासन से मात्र 18.50 करोड़ रुपये ही मिल पाए थे. जिसकी वजह से कार्य अधूरा रह गया. अब प्रशासन ने विभाग को निर्माण कार्य के लिए 18 करोड़ की धनराशि दे दी है. जिससे अब निर्माण कर्य को गति मिलेगी.

Intro:नोट- सर सीवर के विसुअल मेल से भेजे है बांकी बाइट और विसुअल मोजो में है।

पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय में 13 साल से अधूरी पड़ी सीवर लाइन का निर्माण कार्य सितम्बर माह से शुरू हो जाएगा। इसके लिये शासन स्तर से 18 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। कार्यदायी संस्था उत्तराखंड पेयजल निगम ने सीवर निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। आपको बता दें कि जिला मुख्यालय में 30 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई जानी शेष है। जबकि कई स्थानों पर सीवर लाइन टूट भी चुकी है।




Body:पिथौरागढ़ मुख्यालय को सीवर की समस्या से निजात दिलाने के लिए वित्तीय वर्ष 2006-7 में सीवर लाइन के निर्माण को मंजूरी मिली थी। सीवर लाइन के निर्माण का जिम्मा जल निगम की निर्माण शाखा और यांत्रिक डिवीजन अल्मोड़ा को दिया गया था। विभागीय प्रस्ताव के मुताबिक शहर में कुल 57 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई जानी थी और दो सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनने थे। जिसके लिए 36 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। मगर विभाग को शासन से मात्र 18.50 करोड़ रुपये ही मिल पाए। बजट की कमी के चलते मात्र 23 किलोमीटर सीवर लाइन ही बिछ पाई। इसके बाद 2014-15 में विभाग ने शेष काम पूरा करने के लिए 50 करोड़ की लागत का प्रस्ताव शासन को भेजा। जिसमे से विभाग को 45.48 करोड़ की स्वीकृति मिली, हालांकि शासन से विभाग को 19 करोड़ रुपया ही प्राप्त हुआ। जल निगम और यांत्रिक शाखा अल्मोड़ा द्वारा इस धनराशि से एंचोली में 5 एमएलडी का एसटीपी और निराडा में 1.25 एमएलडी का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार कर दिया गया है। मुख्यालय में 27 किलोमीटर सीवरलाइन पूर्व में बन चुकी हैं। शेष 30 किलोमीटर सीवर लाइन के निर्माण के लिए शासन स्तर से हाल ही में 18 करोड़ की धनराशि मिली है। विभाग द्वारा शेष सीवर कार्य की निविदा प्रक्रिया की जा रही हैं। सितम्बर माह से काम शुरू होने की उम्मीद है।
पिछले 13 साल से कछुआ चाल से बन रही सीवर लाइन जनता के सुपुर्द होने से पहले ही कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिस कारण सीवर लाइन का निर्माण भी सवालों के घेरे में है। सीवर लाइन का लाभ पिथौरागढ़ वासियों को कब मिल पायेगा ये अब देखने वाली बात होगी।

Byte: आरएस धर्मसत्तु, अधिशासी अभियंता


Conclusion:
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