पिथौरागढ़: उत्तराखंड सरकार ने दो साल पहले सभी जिलों में नए पर्यटन केन्द्र बनाने के लिए 13 डिस्ट्रिक्ट और 13 डेस्टिनेशन योजना की शुरुआत की थी. वहीं, पिथौरागढ़ में इस योजना के तहत चंडाक के मोस्टामानू इलाके को भी शामिल किया गया था. ये इलाका प्रकृति के बेहतरीन नजारों के लिए जाना जाता है. लेकिन प्रशासन द्वारा यहां पर इस योजना की पहल अभी तक नहीं हो सकी है.
पिथौरागढ़ के इस योजना मे शामिल होने से पहले भी पर्यटक यहां पर आते रहे हैं. यही वजह थी कि, पर्यटन महकमे ने यहां सैलानियों को आकर्षित करने के लिए कई तरह के प्लान तैयार किए थे. जिनमें से एक 13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन के तहत टूरिस्ट सेंटर के अलावा यहां एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन भी तैयार होना था. लेकिन इस दिशा में भी कहीं से कोई पहल होती नही दिखाई दे रही है.
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ईको टूरिज्म थीम पर यहां ईको कैफेटेरिया के साथ ही चिल्ड्रन पार्क, डेढ़ किलोमीटर का ट्रेक रूट, व्यू प्वाइंट और बर्ड वॉचिंग सेंटर बनना था. लेकिन हैरानी की बात ये है कि, अभी तक इनमें से किसी कार्य को मूर्तरूप नहीं दिया जा सका है. बताया जा रहा है कि, दो चरणों में इस इलाके को पर्यटन केन्द्र के रूप में स्थापित किया जाना था. लेकिन अभी तक पहला चरण ही सरकारी फाइलों में धूल फांक रहा है. वहीं, प्रशासन ने योजना की डीपीआर शासन को भेज दी है, लेकिन जमीन स्तर पर काम की शुरुआत कब होगी ये अपने आप में सबसे बड़ा सवाल है.