पिथौरागढ़: बुधवार की रात हुई मूसलाधार बारिश से धारचूला तवाघाट सड़क के कुलागाड में मोटर पुल ध्वस्त हो गया. उफान पर आया नाला आरसीसी पुल को तिनके की तरह बहा ले गया. चीन और नेपाल बॉर्डर को जोड़ने वाले एकमात्र पुल के बहने से दारमा, व्यास और चौदास घाटी का संपर्क पूरी तरह कट गया है. इस कारण 25 हजार से अधिक की आबादी कैद होकर रह गयी है. यही नहीं, पुल बहने से बॉर्डर इलाकों में सैन्य आपूर्ति भी बाधित हो गयी है.
बुधवार रात हुई मूसलाधार बारिश के चलते धारचुला-तवाघाट मार्ग के कूलागाड़ में मोटर पुल ध्वस्त हो गया. कूलागाड़ नाले के तेज बहाव में बीआरओ द्वारा बनाया गया आरसीसी पुल तिनके की तरह बह गया. कूलागाड़ का पुल दारमा, व्यास और चौदास घाटियों सहित चीन और नेपाल सीमा को जोड़ता है. पुल के बह जाने से धारचुला की तीनों घाटियों के 100 से अधिक गांवों का संपर्क कट गया है.
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कुलागाड़ पुल बहने से स्यांकुरी गांव से लेकर चीन सीमा से लगे लिपुलेख बॉर्डर और दारमा घाटी के सीपू गांव तक का संपर्क कट गया है. चीन सीमा से लगे दारमा घाटी के सेला, चल, बोगलिंग, नागलिंग, बॉलिंग, दुग्तू, दातू, सौन, ढाकर, गो, तिदाग, मार्छा, सीपू और व्यास घाटी के बूंदी, गर्ब्याग, गुंजी, नाबी, नपलच्यु, रोंगकोंग, कुटी समेत बॉर्डर के सैकड़ों गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क कट गया है, जबकि चीन और नेपाल सीमा पर स्थित आईटीबीपी, आर्मी और एसएसबी की बीओपी का सम्पर्क भी कट गया है, जिसके चलते रसद व अन्य सामग्रियों की आपूर्ति बाधित हुई है.
वहीं, पुल बहने से उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रवास पर गए ग्रामीणों के साथ ही सीमा पर तैनात सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द अस्थायी पुल बनाने की मांग की है.
जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने बताया कि बीआरओ को इस स्थान पर बेली ब्रिज बनाने के निर्देश दिए गए हैं. एक हफ्ते के भीतर बेली ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा, जिसके बाद बॉर्डर इलाकों में एक बार फिर से आवाजाही बहाल हो जाएगी.
मूसलाधार बारिश से जौलजीबी- मुनस्यारी मोटर मार्ग पर शेरा घाट के समीप भारी मात्रा में मलबा आ गया है. मलबे के कारण वाहनों की आवाजाही बंद पड़ी है. बीआरओ ने मलवा हटाने के लिए मशीनें मौके पर लगाई हैं.