पौड़ी/रुद्रप्रयाग: राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर पौड़ी में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें वरिष्ठ पत्रकारों ने वर्तमान स्थिति में लोकतंत्र में पत्रकारिता के गिरते स्तर पर चिंता जताई. कार्यक्रम में पत्रकारों की जिम्मेदारी और खबरों के व्याख्यान विषय पर बात की गई. रुद्रप्रयाग में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर 'रिपोर्टिंग एक यात्रा' विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी में पत्रकारों ने अपने-अपने विचारों और अनुभवों को साझा किया.
पौड़ी में आयोजित गोष्ठी में सभी लोगों ने अपने-अपने विचार रखे. साथ ही वर्तमान में लोकतंत्र पत्रकारिता के गिरते स्तर पर चिंता जताते हुए वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा पत्रकार अपनी सामाजिक जिम्मेदारी भूलकर राजनीतिक हस्तक्षेप में लगा है. इस कारण पाठक और दर्शक दोनों ही खबरों की सच्चाई से रूबरू नहीं हो पा रहे हैं.
वरिष्ठ पत्रकार अनिल बहुगुणा ने बताया कि विगत 32 सालों से पत्रकारिता कर रहे हैं और वर्तमान की पत्रकारिता के स्तर पर चिंता होती है. वे बताते हैं कि आज पत्रकारिता राजनीतिक के हस्तक्षेप में है, जिस कारण असली खबरें जनता तक नहीं पहुंच पा रही है जो कि लोकतंत्र को मजबूत करने के बजाय डगमगाने पर मजबूर कर रही है.
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वहीं, युवा पत्रकार राजीव खत्री ने बताया कि आज युवा पत्रकारों को पत्रकारिता में आने के लिए एक समाजसेवी के साथ एक रोजगार के रूप में कार्य करना चाहिए. उन्हें पहले अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को देखना चाहिए और ईमानदार और निष्पक्ष रुप से पत्रकारिता कर लोकतंत्र को मजबूत करने में अपनी अहम भूमिका अदा करनी चाहिए.
रुद्रप्रयाग में गोष्ठी का आयोजन
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि तथ्यों के बिना खबर को प्रकाशित न करते हुए उसकी पूरी जानकारी लेकर ही खबर को प्रकाशित किया जाना चाहिए. इससे पाठकों को भी खबर की पूरी जानकारी मिल सकेगी. समाज में सही दिशा देना पत्रकारिता का कर्तव्य है. पत्रकारिता में समय के साथ बदलाव आया है.
सोशल मीडिया की पत्रकारिता पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाड़ी ने कहा कि पत्रकारिता में समाज के साथ बहुत बदलाव आए हैं. आज पत्रकारिता अपने मूल उद्देश्य से भटक गई है. पहले पत्रकारिता एक मिशन हुआ करती थी, लेकिन अब मात्र शौक बन गया है.