श्रीनगर: शिक्षा नगरी श्रीनगर में बनाई जाने वाली मरीन ड्राइव योजना ठंडे बस्ते में जाते हुए दिखाई दे रही है. अभी तक योजना की कंसलटेंसी का काम ही हो रहा है, जबकि विधानसभा चुनाव से पहले केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इस सड़क को सैद्धांतिक स्वीकृति दे चुके हैं. इस सम्बंध में उन्होंने वीडियो भी जारी किया था. जिसमें उन्होंने बताया एलीवेटेड रोड को बनाये जाने के लिए डीपीआर टेंडर की प्रकिया शुरू हो चुकी है. जल्द इसमें आगे की कार्यवाही की जाएगी.
श्रीनगर चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव है. यहां यात्रा काल के समय लाखों पर्यटक श्रीनगर से होते हुए बदरीनाथ से लेकर केदारनाथ पहुंचते हैं. इसके साथ ही पर्यटन के लिहाज से भी श्रीनगर शानदार जगह है. जिसके कारण बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं. श्रीनगर से ही चोपता, औली सहित अन्य पर्यटन स्थलों के लिए रास्ते जाते हैं. ऐसी परिस्थिति में श्रीनगर में कई बार जाम की स्थिति बन जाती है. इसी के मद्देनजर श्रीनगर में मरीन ड्राइव परियोजना बनाये जाने की योजना बनाई गई. श्रीनगर के पंच पीपल से स्वीत पुल तक मरीन ड्राइव बनाया जाना है. ये सारा मार्ग नदी किनारे होकर गुजरेगा. इसके बनाये जाने का मुख्य उद्देश्य पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना है. इसके साथ ही शहर को जाम से निजात दिलाना इस योजना के केंद्र में है. विधानसभा चुनाव से पहले मरीन ड्राइव को लेकर खूब हल्ला काटा गया.
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अब विधानसभा चुनाव के दो साल बीत जाने के बाद भी श्रीनगर मरीन ड्राइव योजना धरातल पर नहीं दिखाई दी है. ये परियोजना कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया जाता है. इसके बाद भी मरीन ड्राइव योजना पर कुछ होता अभी दिख नहीं रहा है. मामले में श्रीनगर लोक निर्माण विभाग के सहायक अधिशासी अभियंता अखिलेश कुमार ने कहा योजना को लेकर अभी फस्ट फेज का काम किया जा रहा है. अभी कंसलटेंसी का कार्य हो चुका है. कंसलटेंस ने डिजाइन दिया गया है. जिसको लेकर संसोधन किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा जैसे ही एलाइनमेंट स्वीकृत हो जाएगा उसके बाद डीपीआर गठन की कार्यवाही की जाएगी.