पौड़ी: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के गृह जनपद पौड़ी से सतपुली जाने वाले मोटरमार्ग पर बना पुल दुर्घटनाओं को न्योता दे रहा है. सतपुली-पौड़ी मोटर मार्ग पर बौंसाल के पास नयार नदी पर लकड़ी के तख्तों से बना एक पुल है. जिसकी हालत सरकारी सिस्टम की हकीकत बयां कर रही है.
इस पुल के कुछ तख्ते उखड़ चुके हैं, जबकि कुछ तख्ते पूरी तरह से टूट गए हैं. करीब दस हजार से अधिक आबादी को सतपुली बाजार से जोड़ने वाले इस पुल से हर दिन चालीस से पचास मैक्स वाहन के साथ ही बसें और प्राइवेट वाहनों की आवाजाही होती है. बावजूद इसके शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान देने तक को तैयार नहीं है.
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करीब चौरासी गांवों को सतपुली-पौड़ी मोटर मार्ग से जोड़ने वाले इस पुल की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि ये कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है. साल 1950-51 में जन सहभागिता से इस पैदल पुल का निर्माण करवाया गया था. अस्सी के दशक में इस पुल को मोटर पुल में तब्दील कर दिया गया था. मगर, सरकारी देखरेख के अभाव में समय के साथ ये पुल दिनों-दिन खस्ताहाल होता चला गया.
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वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अरुण कुमार पांडे ने बताया कि कुछ शरारती तत्वों की ओर से इस पुल को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है. विभाग की ओर से खराब लकड़ियों को भी बदल दिया गया है. वहीं, इस पुल के पास में ही वर्ल्ड बैंक की ओर से पक्के पुल का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होने वाला है, जो की दो साल के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा. जिससे सभी तरह की दिक्कतें दूर हो जाएगी.