कोटद्वार: खोह नदी में इन दिनों उफनती नदी में बच्चों और महिलाओं से उप खनिज निकलवाया जा रहा है. वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं. ऐसे में कई जिंदगियों पर मौत का खतरा बना हुआ है. लेकिन वहीं, प्रशासन इसे देखकर भी अनदेखा कर रहा है.
बता दें कि, 12 जुलाई 2020 को खोह नदी में रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत हो रहे खनन के दौरान खोदे गए आठ से दस मीटर गहरे गड्ढे में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई थी. इसके बावजूद शासन-प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
तहसीलदार विकास अवस्थी ने कहा कि मामला अभी उनके संज्ञान में आया है. राजस्व टीम के साथ नदियों में छापेमारी की जाएगी. साथ ही जिन लोगों के द्वारा यह कार्य करवाया जा रहा हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें: भूस्खलन से मसूरी-देहरादून मार्ग बंद, लोगों की बढ़ी परेशानी
स्थानीय निवासी मुजीब नैथानी ने कहा कि, खनन माफिया के द्वारा रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत खोह नदी में गड्ढे कर दिए गए थे. अब इसी नदी में कुछ महिलाएं और बच्चे रेत निकालने का कार्य कर रहे हैं. पूर्व में भी उन गड्ढों में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी. कोई अप्रिय घटना दोबारा न घटित हो यह देखना प्रशासन का काम है.