श्रीनगर: चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र की ग्राम सभा अमोठा और केशरपुरा के 70 से 80 परिवार पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. मजबूरन ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है. मामले में ग्रामीण कई बार जल संस्थान से लेकर प्रशासन तक गुहार लगा चुके हैं. मगर अब तक मामला सिफर ही निकला.
ग्राम सभा अमोठा ओर केशरपुरा में हर घर नल, हर घर जल योजना के तहत पेयजल लाइन खींची गयी थी. जिसमे टैंक के जरिये पानी एकत्र कर लोगों के घरों में पानी भेजा जाना था. मगर बरसात के कारण पानी का टैंक फूट गया. जिससे गांव में पानी की सप्लाई बाधित हो गई है. ग्रामीण ठेकेदार पर घटिया निर्माण कार्य का आरोप लगा रहे हैं.
पढ़ें- चैती मेला: मकराना के पत्थर पर कारीगरी कर बेशकीमती बना रहे सूरज, महंगाई ने तोड़ी कमर
ग्रामीणों का कहना है जब भी ठेकदार से टैंक ठीक करने की बात की जाती है तो वो इस बात को टाल देता है. जिसके कारण गांव वाले पिछले 6 महीने से पानी के लिए तरस रहे हैं. इस मामले की शिकायत विधायक और कैबीनेट मंत्री सतपाल महाराज से भी गई, लेकिन अभी तक समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है. अब ग्रामीणों ने प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी दी है.
पढ़ें- अफसरों ने कोरोना वॉरियर्स को दी भैंस चराने की सलाह !, महामारी के समय फूलों से किया था स्वागत
वहीं, मामले में जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ईपीसी गौतम का कहना है कि ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए जल्द नए टैंक की व्यवस्था की जाएगी. ठेकदार फिर से उक्त काम को करेगा. जिसकी मॉनिटरिंग वो खुद करेंगे. उन्होंने कहा जल्द से जल्द ग्रामीणों की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा.