श्रीनगर: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन से प्रभावित चौरास क्षेत्र के ग्रामीणों ने अपने तीन महीने से चल रहे आंदोलन को 31 मार्च तक स्थगित कर लिया है. ग्रामीणों ने कोरोना वायरस के मद्देनजर ये फैसला लिया है. ग्रामीणों का आरोप था कि रेलवे विभाग ने उनकी उपजाऊ खेती की भूमि का अधिग्रहण बहुत ही कम दामों में किया है और बावजूद इसके उन्हें रोजगार मुहैया नहीं कराया गया. जिससे उनकी आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है.
बता दें कि ग्रामीण पिछले तीन महीने से रोजगार की मांग को लेकर ये आंदोलन कर रहे थे. वहीं, कीर्तिनगर ब्लॉक के चौरास नैथाणा रानीहाट के गांवों के ग्रामीणों ने कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते आंदोलन को 31 मार्च तक स्थगित कर दिया है.
पढ़ें: कोरोना से जंग के लिए आगे आये उत्तराखंड के 'सियासी सूरमा'
वहीं, इस मामले में रानीहाट की ग्राम प्रधान आशादेवी का कहना है कि इस समय देश और प्रदेश कोरोना वायरस की आपदा झेल रहा है. जिसके मद्देनजर सरकार का साथ देते हुए उन्होंने 31 मार्च तक अपना आंदोलन स्थगित किया है. उन्होंने कहा अगर आम दिनों में सरकार उनकी मांग नहीं मानती तो आगे आने वाले दिनों में वो अपना आंदोलन जारी रखेंगे.