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कोटद्वार में वन गुर्जर बेघर, वन विभाग पर लगाया घर जलाने का आरोप

कोटद्वार रेंज की सुखरौ बीट के कंपार्टमेंट नंबर-4 में झोपड़ी जलने की वजह से वन गुर्जर परेशान हैं.

Van Gurjjars are homeless
कोटद्वार में वन गुर्जर बेघर
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Published : Jun 3, 2020, 6:06 PM IST

कोटद्वार: लैंसडाउन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज की सुखरौ बीट के कंपार्टमेंट नंबर-4 में झोपड़ी जलने की वजह से वन गुर्जर परेशान हैं. वन गुर्जरों का आरोप है कि वन विभाग के कर्मचारी पहले तो उनके झोपड़ियों में आग लगा दी. उसके बाद उन्हें धमकी देकर जंगल से भगा रहे हैं. साथ ही झोपड़ी के बाहर बंधे मवेशियों को भी जंगल में छोड़ दिया. आग लगने की वजह से झोपड़ियों में रखे सामान और रुपए जलकर खाक हो गए.

वन गुर्जर कासिम के मुताबिक वन विभाग की टीम ने हमारी झोपड़ियों में आग लगा दी. जिसकी वजह से पूरा घर और रखा सामान जलकर खाक हो गया है. 30 साल से हम कोटद्वार रेंज में डेरा डालकर रहते हैं और हमारे पास वन क्षेत्र में रहने का परमिट भी है. लेकिन झोपड़ियों के जलने से हमारा परमिट भी जलकर खाक हो गया.

गुर्जर मकान में आग लगने की वजह से बेघर.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में चाय के बागान क्यों नहीं हुए सफल, जानिए एक्सपर्ट की राय

वार्ड नंबर 19 की पार्षद लीला कर्णवाल के मुताबिक मंगलवार को वन विभाग की टीम ने जंगल से वन गुर्जरों को भगा दिया. जब रेंजर से मामले की शिकायत की तो उन्होंने अभद्रता की. अगर वन गुर्जरों के पास परमिट नहीं था तो उनके घरों को जलाने की जगह उन्हें एक मौका दिया जाना चाहिए. वहीं, मामले में रेंजर राम बिहारी शर्मा ने कहा कि कोटद्वार रेंज की सुखरौ बीट के कंपार्टमेंट नंबर 4 में रहने वाले वन गुर्जर ने 38 पेड़ों का कटान किया है. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने उसे वन क्षेत्र में झोपड़ी बनाने से रोका था.

कोटद्वार: लैंसडाउन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज की सुखरौ बीट के कंपार्टमेंट नंबर-4 में झोपड़ी जलने की वजह से वन गुर्जर परेशान हैं. वन गुर्जरों का आरोप है कि वन विभाग के कर्मचारी पहले तो उनके झोपड़ियों में आग लगा दी. उसके बाद उन्हें धमकी देकर जंगल से भगा रहे हैं. साथ ही झोपड़ी के बाहर बंधे मवेशियों को भी जंगल में छोड़ दिया. आग लगने की वजह से झोपड़ियों में रखे सामान और रुपए जलकर खाक हो गए.

वन गुर्जर कासिम के मुताबिक वन विभाग की टीम ने हमारी झोपड़ियों में आग लगा दी. जिसकी वजह से पूरा घर और रखा सामान जलकर खाक हो गया है. 30 साल से हम कोटद्वार रेंज में डेरा डालकर रहते हैं और हमारे पास वन क्षेत्र में रहने का परमिट भी है. लेकिन झोपड़ियों के जलने से हमारा परमिट भी जलकर खाक हो गया.

गुर्जर मकान में आग लगने की वजह से बेघर.

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वार्ड नंबर 19 की पार्षद लीला कर्णवाल के मुताबिक मंगलवार को वन विभाग की टीम ने जंगल से वन गुर्जरों को भगा दिया. जब रेंजर से मामले की शिकायत की तो उन्होंने अभद्रता की. अगर वन गुर्जरों के पास परमिट नहीं था तो उनके घरों को जलाने की जगह उन्हें एक मौका दिया जाना चाहिए. वहीं, मामले में रेंजर राम बिहारी शर्मा ने कहा कि कोटद्वार रेंज की सुखरौ बीट के कंपार्टमेंट नंबर 4 में रहने वाले वन गुर्जर ने 38 पेड़ों का कटान किया है. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने उसे वन क्षेत्र में झोपड़ी बनाने से रोका था.

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