कोटद्वार: उत्तराखंड के पौड़ी जिले के रहने वाले एक युवक की उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान उसकी मौत हो गई थी. जिसको लेकर जिले में अब राजनीतिक पार्टियों ने अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकनी शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में जो हिंसा भड़की है, उसके लिए जिम्मेदार बीजेपी सरकार है. साथ ही इस दंगे में जिन व्यक्तियों की मौत हुई है, उनका इस हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है.
गौरतलब है दिल्ली में हुई हिंसा की पूरे देश में चर्चा हो रही है. जिस का असर अब उत्तराखंड की राजनीति में भी देखने को मिल रहा है. जिस पर उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली में जितने भी लोग मारे गए हैं वह सब निर्दोष थे. उनका ना तो कोई सीएए से मतलब था और ना ही एनआरसी से, यह भाजपा सरकार की नाकामी है. कि वह शाहीन बाग में धरना पर बैठे लोगों को समय से नहीं उठा सकी. जब की पूर्व में रामलीला मैदान में जब बाबा रामदेव धरने पर बैठे थे, तो कांग्रेस सरकार ने दंगा भड़कने से पहले ही बाबा रामदेव को वहां से जबरन उठाकर अपनी एक उपलब्धि कायम की थी. लेकिन भाजपा सरकार ने शाहीन बाग मामले पर लेटलतीफी कर दंगा भड़काया है.
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नैथानी ने कहा कि इसका दोषी पूर्ण रूप से गृह मंत्रालय है. क्योंकि जब यह बात पता चली थी कि दंगा भड़क गया तो उसके 3 घंटे के अंदर पूरी दिल्ली सील हो जानी चाहिए थी. क्योंकि दिल्ली में अर्धसैनिक बल और पुलिस की संख्या भारी मात्रा में मौजूद है. लेकिन कार्रवाई नहीं की गई पुलिस केवल मुकदर्शक बनी रही इससे साफ है कि जो सीएए के विरोधी हैं उनसे न सरकार ने कोई बात की और ना ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की गयी. जिससे यह साबित होता है कि दिल्ली में हुई हिंसा की दोषी पूर्ण रूप से भाजपा सरकार ही है.