पौड़ीः रामकुंड-कादेखाल पेयजल पंपिंग योजना की मांग को लेकर आंदोलन करने वाले ग्रामीणों को सरकार ने समन भेजा है. जिससे कोट ब्लॉक के 60 से ज्यादा गांवों के लोग आहत हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार, उनके हक के लिए लड़ने का अधिकार भी खत्म कर रही है. इससे पहले कुछ ग्रामीणों की सदमे से मौत तक हो चुकी है. वहीं, अब यूकेडी ने ग्रामीणों के हक के लिए समर्थन देने की बात कही है.
दरअसल, कोट ब्लॉक के 60 से ज्यादा गांवों के लोगों ने बीते साल पेयजल समस्या को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन किया था. इतना ही नहीं आंदोलन के दौरान तीन ग्रामीणों की मौत भी हो गई थी. वहीं, मामले में सरकार ने आंदोलन करने वाले ग्रामीणों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में समन भेजा है. अब उत्तराखंड क्रांति दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों के हक के लिए आंदोलन करने का निर्णय लिया है.
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उक्रांद के जिला प्रवक्ता विपिन रावत ने बताया कि सबदरखाल के ग्रामीणों ने अपनी मूलभूत अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया था. इसके वाबजूद प्रशासन बीते एक साल से समन भेज रहा है. अभी तक 47 लोगों को समन भेजा जा चुका है. जिससे परेशान होकर कुछ लोगों की मौत हो चुकी है.
साथ ही कहा कि ग्रामीणों को अपने हक के लिए लड़ने तक का अधिकार सरकार ने छीन लिया है. अब उत्तराखंड क्रांति दल ग्रामीणों के हक के लिए आगे आएगी. मामले को लेकर वे सदन तक लेकर जाएंगे. वहीं, ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लेने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.