कोटद्वार: लैंसडाउन वन प्रभाग और भूमि संरक्षण के जंगल इन दिनों धधक रहे हैं. दीयूषा, द्वारीखाल तोली, कांडाखाल, गुम गांव के जंगलों में लगी भीषण आग की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर वन क्षेत्र स्वाहा हो गए हैं. ग्रामीण घास की झाड़ू बनाकर और पानी की मदद से आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, बढ़ती गर्मी और तेज हवाओं की वजह से आग और भड़क रही है.
अर्जुन सिंह रावत ने बताया कि जंगलों में आग लगते ही ग्रामीण घास की झाड़ू बनाकर घरों से पानी लाकर आग बुझाने की कोशिश करते हैं. लेकिन, वन विभाग की ओर से कोई भी यहां नहीं आता है, जिस वजह से हल्की आग विकराल रूप ले लेती है. जंगलों में लगी भीषण आग की वजह से मवेशियों के लिए चारा पत्ती का संकट पैदा हो गया है.
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वहीं, ग्रामीण शोभा देवी का कहना है कि आग कैसे लगी, किसने लगाई वो तो पता नहीं चल पाया है लेकिन सभी गांव वाले एकत्रित होकर खुद ही आग को बुझाने की कोशिश में लगे हैं. लेकिन, घास का झाड़ू बनाकर आग बुझाने का प्रयास सफल नहीं हो पा रहा है. आग और ज्यादा भड़क रही है. जंगलों में लगी आग के कारण तापमान में भी काफी वृद्धि होने के साथ ही आसपास का इलाका धुएं से भर गया है.