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धधक रहे लैंसडाउन के जंगल, घास की झाड़ू बनाकर ग्रामीण बुझा रहे आग, बेपरवाह बना वन विभाग

लैंसडाउन के 5 जंगलों में लगी भीषण आग. वन विभाग के कर्मी नहीं पहुंचे वनाग्नि बुझाने. ग्रामीण कर रहे दावानल पर काबू पाने की कोशिश.

धधक रहे लैंसडाउन के जंगल.
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Published : May 26, 2019, 1:46 PM IST

कोटद्वार: लैंसडाउन वन प्रभाग और भूमि संरक्षण के जंगल इन दिनों धधक रहे हैं. दीयूषा, द्वारीखाल तोली, कांडाखाल, गुम गांव के जंगलों में लगी भीषण आग की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर वन क्षेत्र स्वाहा हो गए हैं. ग्रामीण घास की झाड़ू बनाकर और पानी की मदद से आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, बढ़ती गर्मी और तेज हवाओं की वजह से आग और भड़क रही है.

धधक रहे लैंसडाउन के जंगल.

अर्जुन सिंह रावत ने बताया कि जंगलों में आग लगते ही ग्रामीण घास की झाड़ू बनाकर घरों से पानी लाकर आग बुझाने की कोशिश करते हैं. लेकिन, वन विभाग की ओर से कोई भी यहां नहीं आता है, जिस वजह से हल्की आग विकराल रूप ले लेती है. जंगलों में लगी भीषण आग की वजह से मवेशियों के लिए चारा पत्ती का संकट पैदा हो गया है.

पढ़ें- उप खनिज उठान पर लगी रोक, टारगेट पूरा नहीं कर पाया वन विकास निगम

वहीं, ग्रामीण शोभा देवी का कहना है कि आग कैसे लगी, किसने लगाई वो तो पता नहीं चल पाया है लेकिन सभी गांव वाले एकत्रित होकर खुद ही आग को बुझाने की कोशिश में लगे हैं. लेकिन, घास का झाड़ू बनाकर आग बुझाने का प्रयास सफल नहीं हो पा रहा है. आग और ज्यादा भड़क रही है. जंगलों में लगी आग के कारण तापमान में भी काफी वृद्धि होने के साथ ही आसपास का इलाका धुएं से भर गया है.

कोटद्वार: लैंसडाउन वन प्रभाग और भूमि संरक्षण के जंगल इन दिनों धधक रहे हैं. दीयूषा, द्वारीखाल तोली, कांडाखाल, गुम गांव के जंगलों में लगी भीषण आग की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर वन क्षेत्र स्वाहा हो गए हैं. ग्रामीण घास की झाड़ू बनाकर और पानी की मदद से आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, बढ़ती गर्मी और तेज हवाओं की वजह से आग और भड़क रही है.

धधक रहे लैंसडाउन के जंगल.

अर्जुन सिंह रावत ने बताया कि जंगलों में आग लगते ही ग्रामीण घास की झाड़ू बनाकर घरों से पानी लाकर आग बुझाने की कोशिश करते हैं. लेकिन, वन विभाग की ओर से कोई भी यहां नहीं आता है, जिस वजह से हल्की आग विकराल रूप ले लेती है. जंगलों में लगी भीषण आग की वजह से मवेशियों के लिए चारा पत्ती का संकट पैदा हो गया है.

पढ़ें- उप खनिज उठान पर लगी रोक, टारगेट पूरा नहीं कर पाया वन विकास निगम

वहीं, ग्रामीण शोभा देवी का कहना है कि आग कैसे लगी, किसने लगाई वो तो पता नहीं चल पाया है लेकिन सभी गांव वाले एकत्रित होकर खुद ही आग को बुझाने की कोशिश में लगे हैं. लेकिन, घास का झाड़ू बनाकर आग बुझाने का प्रयास सफल नहीं हो पा रहा है. आग और ज्यादा भड़क रही है. जंगलों में लगी आग के कारण तापमान में भी काफी वृद्धि होने के साथ ही आसपास का इलाका धुएं से भर गया है.

Intro:एंकर- लैंसडौन वन प्रभाग और भूमि सरक्षण वन प्रभाग लैंसडौन के जंगल इन दिनों धू धू जल रहे है लेकिन लैंसडौन वन प्रभाग के अधिकारी कर्मचारी चैन की नींद सो रहे हैं, दीयूषा, द्वारीखाल तोली, कांडाखाल, गुम गांव के जंगलो में भीषण आग लगी है, ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग पर काबू नहीं पा सके ग्रामीण वन विभाग पर आरोप लगाया कि वह आग बुझाने कभी नहीं आते शिकायत करें भी तो किस से करें जंगलों में लगी आग से वन संपदा राख हो गई, मवेशियों के लिए चारा पत्ती का संकट पैदा हो गया है।



Body:वीओ1- ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की टीम गांव में आग बुझाने नहीं आती जंगल जलकर राख हो जाते हैं तो मजबूरन गांव के लोगों को ही घास की झाड़ू बनाकर और घरों से पानी ले जाकर आग बुझानी पड़ती है अब शिकायत करें भी तो किस से करें जब कोई आता ही नहीं है

वीओ2- वहीं ग्रामीण अर्जुन सिंह का कहना है कि आग लगी आग नीचे के गांव से ऊपर आई है वन विभाग की टीम आग बुझाने नहीं आती शिकायत करें भी तो किस से करें गांव के लोग स्वयं ही आग बुझाते हैं

बाइट अर्जुन सिंह रावत

वीओ3- वहीं ग्रामीण शोभा देवी का कहना है कि पता नहीं आग किसने लगाई इतना पता है कि नीचे की साइड से ऊपर को आई है आग, हम गांव वाले एकत्रित होकर स्वयं ही आग को बुझाते हैं घास का झाड़ू बना कर आग पर काबू पाते हैं

बाइट सोभा देवी


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