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कर्नाटक चुनाव में मिली करारी हार के बाद BJP के कार्यक्रमों में बदलाव, कांग्रेस ने घेरा - कर्नाटक चुनाव में मिली करारी हार

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार के बाद उत्तराखंड में 15 मई से 15 जून तक चलने वाले सांसदों के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है. अब 30 मई से 30 जून तक केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें सभी लोकसभा सीटों में 250 लोगों से संवाद स्थापित किया जाएगा. उधर, बीजेपी के 15 मई से प्रस्तावित कार्यक्रम के स्थगित होने पर कांग्रेस ने चुटकी ली है.

Uttarakhand BJP
उत्तराखंड बीजेपी का कार्यक्रम
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Published : May 15, 2023, 6:08 PM IST

Updated : May 15, 2023, 6:58 PM IST

कर्नाटक चुनाव में मिली करारी हार के बाद BJP के कार्यक्रमों में बदलाव.

देहरादूनः कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली करारी शिकस्त के बाद अब इसका असर उत्तराखंड में भी दिखाई देने लगा है. कर्नाटक में चुनाव हारने के बाद बीजेपी ने प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों की तारीखों में भी बदलाव कर दिया है. अब पार्टी ने 15 मई से 15 जून तक चलने वाले सांसदों के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 साल का कार्यकाल पूरा होने पर महा जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा. जिस पर कांग्रेस ने निशाना साधा है.

दरअसल, केंद्र सरकार के कार्यकाल को 9 साल पूरे हो रहे हैं. जिसके मद्देनजर बीजेपी संगठन ने प्रदेश में 15 दिन का कार्यक्रम रखा था. जिसकी तारीखों में अब बदलाव कर दिया है. जिसके बाद से ही विपक्षी दल कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर नजर आ रही है तो वहीं बीजेपी कार्यक्रमों की तारीखों में बदलाव का अलग ही तर्क देती नजर आ रही है. बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 साल का कार्यकाल 30 मई को पूरा हो रहा है. जिसके लिए अब 30 मई से 30 जून तक कार्यक्रम चलाया जाएगा.

जिसमें सांसदों के साथ बीजेपी संगठन के पदाधिकारी भी शामिल होंगे. इतना ही नहीं पांचों लोकसभा सीटों में राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी भी जन जन तक पहुंचाई जाएगी. साथ ही सभी लोकसभा सीटों में 250 लोगों से संवाद स्थापित कर टोल फ्री नंबर पर मिस कॉल भी करवाई जाएगी. वहीं, बीजेपी के 15 मई से प्रस्तावित कार्यक्रम के स्थगित होने के बाद कांग्रेस चुटकी लेती नजर आ रही है.
ये भी पढ़ेंः CM धामी ने जनता को दी करोड़ों की विकास योजनाओं की सौगात, PM मोदी के जल्द उत्तराखंड आने की उम्मीद

कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने कहा बीजेपी के नेता कर्नाटक चुनाव की हार को पचा ही नहीं पा रहे हैं, जिसके चलते 15 मई से शुरू होने वाले अभियान की तारीखों में बदलाव किया है. साथ ही कहा कि भाजपा के नेताओं के पास गिनवाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है. यही वजह है कि कार्यक्रमों को स्थगित किया गया. इसके साथ ही जो गांव बीजेपी के सांसदों ने गोद लिए थे, वो सांसदों की गोद में ही बैठे रह गए हैं. उनमें गिनाने तक लिए कोई काम नहीं हुआ है.

उत्तराखंड आ सकते हैं मोदीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 साल का कार्यकाल पूरा होने पर महाजनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा. जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जून में उत्तराखंड में एक विशाल रैली हो सकती है. ऐसे में पीएम मोदी के उत्तराखंड आगमन की खबरों को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनावों को देखते हुए पीएम मोदी उत्तराखंड दौरे पर आ रहे हैं.

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट का कहना है इससे पहले भी पीएम मोदी धार्मिक पर्यटन के लिए उत्तराखंड आए थे. तब राज्य की जनता अंकिता भंडारी हत्याकांड के खिलाफ सड़कों पर उतरी हुई थी. वहीं, बेरोजगार भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधली के खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर रहे थे, लेकिन उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भी शब्द अंकिता भंडारी प्रकरण में नहीं कहा और न ही उन्होंने बेरोजगारों को न्याय दिलाने की बात की.
ये भी पढ़ेंः आखिर में अपने सांसदों को हांक रही बीजेपी!, कांग्रेस बोली- चार सालों से गायब थे सांसद

उन्होंने कहा कि राज्य की जनता इस बात को भली भांति जानती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 के लोकसभा चुनावों में जब श्रीनगर और देहरादून आए थे, तब उन्होंने प्रदेश की जनता से डबल इंजन का वादा किया था और कहा था कि डबल इंजन की वजह से प्रदेश के विकास को गति मिलेगी. लेकिन डबल इंजन इन 9 सालों में उत्तराखंड के भीतर कहीं दिखाई नहीं दिया. शीशपाल बिष्ट ने कहा कि देहरादून में स्मार्ट सिटी का काम अधर में है. केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी के बजट में 5 सौ करोड़ रुपए की कटौती कर दी है. इससे पता है लगता है कि राज्य के लिए केंद्र की मोदी सरकार कितना गंभीर रही है.

कर्नाटक चुनाव में मिली करारी हार के बाद BJP के कार्यक्रमों में बदलाव.

देहरादूनः कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली करारी शिकस्त के बाद अब इसका असर उत्तराखंड में भी दिखाई देने लगा है. कर्नाटक में चुनाव हारने के बाद बीजेपी ने प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों की तारीखों में भी बदलाव कर दिया है. अब पार्टी ने 15 मई से 15 जून तक चलने वाले सांसदों के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 साल का कार्यकाल पूरा होने पर महा जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा. जिस पर कांग्रेस ने निशाना साधा है.

दरअसल, केंद्र सरकार के कार्यकाल को 9 साल पूरे हो रहे हैं. जिसके मद्देनजर बीजेपी संगठन ने प्रदेश में 15 दिन का कार्यक्रम रखा था. जिसकी तारीखों में अब बदलाव कर दिया है. जिसके बाद से ही विपक्षी दल कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर नजर आ रही है तो वहीं बीजेपी कार्यक्रमों की तारीखों में बदलाव का अलग ही तर्क देती नजर आ रही है. बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 साल का कार्यकाल 30 मई को पूरा हो रहा है. जिसके लिए अब 30 मई से 30 जून तक कार्यक्रम चलाया जाएगा.

जिसमें सांसदों के साथ बीजेपी संगठन के पदाधिकारी भी शामिल होंगे. इतना ही नहीं पांचों लोकसभा सीटों में राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी भी जन जन तक पहुंचाई जाएगी. साथ ही सभी लोकसभा सीटों में 250 लोगों से संवाद स्थापित कर टोल फ्री नंबर पर मिस कॉल भी करवाई जाएगी. वहीं, बीजेपी के 15 मई से प्रस्तावित कार्यक्रम के स्थगित होने के बाद कांग्रेस चुटकी लेती नजर आ रही है.
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कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने कहा बीजेपी के नेता कर्नाटक चुनाव की हार को पचा ही नहीं पा रहे हैं, जिसके चलते 15 मई से शुरू होने वाले अभियान की तारीखों में बदलाव किया है. साथ ही कहा कि भाजपा के नेताओं के पास गिनवाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है. यही वजह है कि कार्यक्रमों को स्थगित किया गया. इसके साथ ही जो गांव बीजेपी के सांसदों ने गोद लिए थे, वो सांसदों की गोद में ही बैठे रह गए हैं. उनमें गिनाने तक लिए कोई काम नहीं हुआ है.

उत्तराखंड आ सकते हैं मोदीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 साल का कार्यकाल पूरा होने पर महाजनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा. जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जून में उत्तराखंड में एक विशाल रैली हो सकती है. ऐसे में पीएम मोदी के उत्तराखंड आगमन की खबरों को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनावों को देखते हुए पीएम मोदी उत्तराखंड दौरे पर आ रहे हैं.

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट का कहना है इससे पहले भी पीएम मोदी धार्मिक पर्यटन के लिए उत्तराखंड आए थे. तब राज्य की जनता अंकिता भंडारी हत्याकांड के खिलाफ सड़कों पर उतरी हुई थी. वहीं, बेरोजगार भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधली के खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर रहे थे, लेकिन उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भी शब्द अंकिता भंडारी प्रकरण में नहीं कहा और न ही उन्होंने बेरोजगारों को न्याय दिलाने की बात की.
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उन्होंने कहा कि राज्य की जनता इस बात को भली भांति जानती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 के लोकसभा चुनावों में जब श्रीनगर और देहरादून आए थे, तब उन्होंने प्रदेश की जनता से डबल इंजन का वादा किया था और कहा था कि डबल इंजन की वजह से प्रदेश के विकास को गति मिलेगी. लेकिन डबल इंजन इन 9 सालों में उत्तराखंड के भीतर कहीं दिखाई नहीं दिया. शीशपाल बिष्ट ने कहा कि देहरादून में स्मार्ट सिटी का काम अधर में है. केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी के बजट में 5 सौ करोड़ रुपए की कटौती कर दी है. इससे पता है लगता है कि राज्य के लिए केंद्र की मोदी सरकार कितना गंभीर रही है.

Last Updated : May 15, 2023, 6:58 PM IST
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